बतौर श्रोता के तौर पर बुलाया था
राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव की बड़ी बेटी मीसा भारती की मुश्किलें खत्म होने का नाम नहीं ले रही हैं. आपको बता दें कि मीसा ने दावा किया था कि उन्होंने हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के एक कार्यक्रम में लेक्चर दिया था, लेकिन उनका यह दावा झूठा निकला. हार्वर्ड यूनिवर्सिटी का कहना था कि मीसा भारती को बतौर श्रोता के तौर पर बुलाया गया था न कि वक्ता के तौर पर. यह मामला सात मार्च को हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में इंडिया कॉन्फ्रेंस से जुड़ा है. इसमें मीसा भारती को भी ऑडियंस के तौर पर बुलाया गया था.कथित रूप से कांफ्रेंस खत्म होने के बाद मीसा मंच पर चली गईं और खूब तस्वीरें खिंचवाईं. इसके बाद ये तस्वीरें सभी भारतीय अखबारों को ये कहकर जारी कर दी गई कि उन्होंने यहां पर लेक्चर दिया.

फोटो खिंचवा कर मीडिया को दिया
जिससे अब यह मामला बढ़ता जा रहा है. इस मामले में भारतीय जनता पार्टी कला संस्कृति मंच से जुड़े चंद्र किशोर पाराशर की ओर से दर्ज कराये गये मामले में पराशर ने लिखा है, समाचार पत्रों में पढ़ा कि डॉ मीसा भारती हॉर्वर्ड विश्वविद्यालय छात्र संघ के समारोह को संबोधित करेंगी. इससे खुश होकर मैंने उन्हें बधाई भी दी. चंद्र किशोर पाराशर ने कहा कि मीसा ने कार्यक्रम समाप्त होने पर मंच पर खड़े होकर वक्ता के रूप में फोटो खिंचवा कर मीडिया को दिया था. इससे मीडिया में मीसा भारती की किरकिरी हुई. मीसा भारती ने जनता के साथ धोखाधड़ी व विश्वासघात किया है. इसका खामियाजा अब उन्हें भुगतना पड़ रहा है.

बतौर श्रोता के तौर पर बुलाया था
राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव की बड़ी बेटी मीसा भारती की मुश्किलें खत्म होने का नाम नहीं ले रही हैं. आपको बता दें कि मीसा ने दावा किया था कि उन्होंने हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के एक कार्यक्रम में लेक्चर दिया था, लेकिन उनका यह दावा झूठा निकला. हार्वर्ड यूनिवर्सिटी का कहना था कि मीसा भारती को बतौर श्रोता के तौर पर बुलाया गया था न कि वक्ता के तौर पर. यह मामला सात मार्च को हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में इंडिया कॉन्फ्रेंस से जुड़ा है. इसमें मीसा भारती को भी ऑडियंस के तौर पर बुलाया गया था.कथित रूप से कांफ्रेंस खत्म होने के बाद मीसा मंच पर चली गईं और खूब तस्वीरें खिंचवाईं. इसके बाद ये तस्वीरें सभी भारतीय अखबारों को ये कहकर जारी कर दी गई कि उन्होंने यहां पर लेक्चर दिया.


फोटो खिंचवा कर मीडिया को दिया
जिससे अब यह मामला बढ़ता जा रहा है. इस मामले में भारतीय जनता पार्टी कला संस्कृति मंच से जुड़े चंद्र किशोर पाराशर की ओर से दर्ज कराये गये मामले में पराशर ने लिखा है, समाचार पत्रों में पढ़ा कि डॉ मीसा भारती हॉर्वर्ड विश्वविद्यालय छात्र संघ के समारोह को संबोधित करेंगी. इससे खुश होकर मैंने उन्हें बधाई भी दी. चंद्र किशोर पाराशर ने कहा कि मीसा ने कार्यक्रम समाप्त होने पर मंच पर खड़े होकर वक्ता के रूप में फोटो खिंचवा कर मीडिया को दिया था. इससे मीडिया में मीसा भारती की किरकिरी हुई. मीसा भारती ने जनता के साथ धोखाधड़ी व विश्वासघात किया है. इसका खामियाजा अब उन्हें भुगतना पड़ रहा है.

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