- कमिश्नरी में काटा था बवाल, फेंक दी मैला

- दरोगा और पीए ने दर्ज कराया अलग-अलग मुकदमा

GORAKHPUR: कमिश्नरी में बवाल काटने वाली महिलाओं के खिलाफ दो मुकदमे दर्ज कराए गए हैं। कलेक्ट्रेट चौकी इंचार्ज और कमिश्नर के पीए ने महिलाओं के खिलाफ तहरीर दी थी। सरकारी काम में बाधा पहुंचाने, बवाल करने, जानमाल की धमकी देने, अनुसूचित जाति के उत्पीड़न की धाराओं में केस दर्ज करके पुलिस ने तीन महिलाओं को गिरफ्तार किया था। एसपी सिटी ने बताया कि आरोपी महिलाओं को जेल भेज दिया गया है। उधर इस मामले की एक रिपोर्ट शासन को भेजी गई है। रिपोर्ट में कड़े शब्दों में पुलिस की लापरवाही का जिक्र होने की चर्चा कमिश्नरी में होती रही।

ऑफिस से बाहर निकलकर फेंका मैला

कुशीनगर जिले हनुमानगंज, पथलहवा निवासी माला, मूरत और बुलहवा की पूर्व प्रधान साबिरा बेगम के बुधवार को कमिश्नरी पहुंची। भूमि विवाद के निस्तारण की मांग को लेकर महिलाओं ने कमिश्नर पीगुरु प्रसाद से मुलाकात की। एप्लीकेशन देकर महिलाओं ने मामले के निस्तारण की मांग की। आरोप लगाया कि उनके मामले में कोई मदद नहीं की जा रही है। महिलाओं ने कुशीनगर के डीएम-एसएसपी पर गंभीर आरोप लगाए। कोर्ट का मामला बताकर कमिश्नर ने महिलाओं को लौटा दिया। उनके कमरे से बाहर निकलते ही महिलाओं ने मैला फेंककर हड़कंप मचा दिया।

दो अलग-अलग मुकदमे दर्ज

कमिश्नर कार्यालय पर महिलाओं के हंगामा, अभ्रदता की सूचना पर पुलिस देरी से पहुंची। इससे महिलाओं को काबू करने में काफी मशक्कत करनी पड़ी। करीब दो घंटे तक कमिश्नर ऑफिस में कामकाज ठप रहा। गंदगी और बदबू से कर्मचारी परेशान हो गए। इस मामले में कलेक्ट्रेट चौकी इंचार्ज अशोक पांडेय और कमिश्नर के पीए रामबदन की तहरीर पर मुकदमे दर्ज कराए गए। कलेक्ट्रेट में देरी से पहुंचने के आरोप में बुधवार की रात एसएसपी ने कलेक्ट्रेट चौकी प्रभारी, आजाद चौक के इंचार्ज दिनेश मिश्र, महिला कांस्टेबल गुंजन यादव और रंजू मिश्र को लाइन हाजिर कर दिया था।

महिलाओं के खिलाफ दो मुकदमे दर्ज कराए गए थे। महिलाओं को जेल भेजकर पुलिस मामले की जांच पड़ताल में लगी है।

हेमराज मीणा, एसपी सिटी