75 से ज्यादा हैं मामले
बताया जा रहा है कि राजन के खिलाफ 75 से अधिक मामले हैं। सारे मामलों की जानकारी प्राप्त करने में सीबीआइ को करीब एक हफ्ते का वक्त लग जाएगा। उसके बाद अनुमान लगाया जा सकेगा कि सीबीआइ महाराष्ट्र वाले मामलों की जांच में कितना वक्त लेगी। माना जा रहा है कि छोटा राजन को सीबीआइ जब तक रिमांड पर रखेगी, तब तक उसे सीबीआइ मुख्यालय में ही रखा जाएगा।

डॉक्टरों ने मुख्यालय जाकर जांच की
मेडिकल जांच कराने के लिए एम्स के वरिष्ठ डॉक्टरोंकी टीम को वहां लाया गया। छोटा राजन को किडनी और लीवर की बीमारी होने की बात कही गई। यह भी बताया गया कि उसका नियमित रूप से डायलिसिस भी होता रहा है। इस पर एम्स के दोनों विभाग के वरिष्ठ डॉक्टरों को मुख्यालय लाकर जांच कराई गई। जांच के बाद डॉक्टरों ने बताया कि राजन बिल्कुल स्वस्थ है। उसे किडनी की बीमारी की शिकायत नहीं है। यहां तक कि उसका कभी डाइलिसिस भी नहीं हुआ है। जानकारी के मुताबिक आगे भी अगर कोर्ट में पेश करना होगा तो जज को लाकर मुख्यालय में ही कोर्ट लगाया जाएगा। वहीं उपचार की जरूरत होगी तब डॉक्टरों को भी मुख्यालय ही लाया जाएगा। राजन को लेकर चर्चा यह भी है कि उसे कड़ी सुरक्षा में एनएसजी मुख्यालय मेहराम नगर (पालम के पास) में रखा जाए, जहां किसी के लिए भी पहुंचना आसान नहीं।

छोटा राजन का हमशक्ल

खबरों की मानें, तो छोटा राजन की सिक्योरिटी को ध्यान में रखते हुए उसका एक हमशक्ल तैयार किया गया है। माना जा रहा है कि कुछ राजनेताओं और सिक्योरिटी अफसरों से भी राजन को खतरा हो सकता है। इनके और राजन के पुराने रिश्तों का खुलासा उससे पूछताछ में हो सकता है। ऐसे में वे सभी राजन को नुकसान पहुंचाने की कोशिश कर सकते हैं। गौरतलब है कि राजन ने खुद कहा है कि मुंबई पुलिस के कई ऑफिसर्स के दाऊद से संबंध हैं।

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