हमले के लिए फंड भी जुटाया
आतंकवादी संगठन की अरबी प्रायद्वीप में मौजूद इकाई, जिसे एक्यूएपी (AQAP) भी कहा जाता है, के शीर्ष कमांडर नासर अल-अन्सी का कल इंटरनेट पर एक वीडियो जारी हुआ. जिसमें करीब 11-मिनट के वीडियो में कहा कि 'शार्ली एब्दो' में हुआ नरसंहार पैगंबर का बदला था. वीडियो में उसने हमले को जायज ठहराया है. उसने फ्रांस के लोगों को 'शैतान की पार्टी' करार देते हुए और आतंक व त्रासदी झेलने के लिए तैयार रहने की चेतावनी भी दी है. उसने कहा भविष्य के लिए तैयार रहें क्योंकि अगर वह मुसलमानों के खिलाफ छेड़े गए युद्ध को बंद नहीं करता, तो उस पर और हमले होंगे. जानकारी के मुताबिक अलकायदा के यमन ब्रांच ने ही हमले के लिए यह टारगेट चुना. हमले का प्लान तैयार करने के साथ-साथ फंड भी इसी ने जुटाया.

इस्लाम का अपमान माना गया
करीब 6 साल 2009 में यमन में सामने आए AQAP अंसार अल-शरिया के नाम से भी मशहूर है. इसके पहले यह कुछ पश्िचमी देशों में भी हमले की जिम्मेदारी ले चुका है. उल्लेखनीय है कि साप्ताहिक पत्रिका शार्ली हेब्दो ने पैगंबर मोहम्मद के कार्टून प्रकाशित किए थे, जिन्हें इस्लाम का अपमान माना गया. जिससे पेरिस में पत्रिका के ऑफिस पर हमला करके आतंकियों ने 12 लोगों को मौत के घाट उतार दिया था. उसके बाद दोहरे बंधक संकट के कारण फ्रांस को सुरक्षा अभियान चलाना पड़ा. जिसमें पेरिस में संदिग्ध हमलावर सईद तथा शरीफ मार गिराए गए.

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