नई दिल्ली (पीटीआई)। इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशन (CICSE) बोर्ड के कक्षा 10 और कक्षा 12 के स्टूडेंट के लिए एक राहत भरी खबर है। बोर्ड ने बांबे हाईकोर्ट से कहा है कि अगर कोई स्टूडेंट ICSE और ISC बोर्ड के पेंडिंग एग्जाम में शामिल नहीं होने चाहते हैं तो वे ड्राॅप कर सकते हैं। ऐसे स्टूडेंट का असेसमेंट प्री- बोर्ड एग्जाम या फिर इंटरनल एग्जाम के आधार पर किया जाएगा। बोर्ड ने सोमवार को बॉम्बे हाईकोर्ट के सामने एक गार्जियन द्वारा दायर याचिका के जवाब में यह प्रस्ताव प्रस्तुत किया है, जिसमें कोविड-19 केसेज में स्पाइक के मद्देनजर परीक्षा रद करने के निर्देश देने की अपील की गई थी।

22 जून तक देनी होगी सूचना

काउंसिल फॉर द इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशन के मुख्य कार्यकारी और सचिव, गैरी अराथून के अनुसार जो स्टूडेंट इस ऑप्शन को चुनते हैं तो उन्हें 22 जून तक इस बारे में अपने-अपने स्कूलों को जानकारी देनी होगी। कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए जिन परीक्षाओं को स्थगित कर दिया गया था वे अब 1 जुलाई से 14 जुलाई तक आयोजित की जानी हैं।

दो में से एक ऑप्शन चुनें स्टूडेंट

बोर्ड का कहना है कि स्टूडेंट या तो इन पेंडिंग एग्जाम में उपस्थित होने का ऑप्शन चुनें या फिर इंटरनल असेसमेंट मूल्यांकन / प्री-बोर्ड एग्जाम में प्रदर्शन के आधार का ऑप्शन चुनें। इस दाैरान बोर्ड ने यह भी स्पष्ट किया कि स्टूडेंट पेंडिंग एग्जाम के लिए दो विकल्पों के बीच विषयवार चयन करने के हकदार नहीं होंगे। वहीं सीबीएसई की पेंडिंग परीक्षाएं 1 से 15 जुलाई तक निर्धारित हैं।

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