- पुलिस ने समझाबुझाकर वापस लौटाया

LUCKNOW: बीते कई दिनों से अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे कंप्यूटर अनुदेशकों ने सोमवार सुबह सीएम आवास का घेराव कर प्रदर्शन शुरू कर दिया। अचानक शुरू हुए प्रदर्शन की खबर मिलते ही पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। जानकारी मिलने पर पहुंची पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को समझाबुझाकर शांत कराया। प्रदर्शनकारियों ने भी ज्ञापन देने के बाद प्रदर्शन खत्म कर दिया।

दो महिला अनुदेशक बेहोश

सोमवार सुबह करीब 9.30 बजे कई दिनों से धरनारत कंप्यूटर अनुदेशक सैकड़ों की तादाद में सीएम दफ्तर (एनेक्सी) जा पहुंचे और गेट पर धरना देते हुए प्रदर्शन शुरू कर दिया। अनुदेशकों की मांग थी कि उन्हें दोबारा मानदेय देकर बहाल किया जाए और कंप्यूटर शिक्षकों का पद माध्यमिक स्कूलों में सृजित कर उनका समायोजन किया जाए। एनेक्सी के सुरक्षाकर्मियों ने पुलिस को इसकी सूचना दी। जानकारी मिलने पर हजरतगंज व हुसैनगंज पुलिस मौके पर पहुंची और प्रदर्शनकारियों को समझाने-बुझाने की कार्रवाई शुरू की। इसी बीच सुलतानपुर से आई कंप्यूटर अनुदेशक पूनम और अदिशा खातून बेहोश हो गई। उन्हें आनन-फानन सिविल अस्पताल में एडमिट करवाया गया।

दिया ज्ञापन

पुलिस व प्रशासन के अधिकारियों ने कंप्यूटर अनुदेशकों को आश्वासन दिया। इसके बाद सभी पार्क रोड स्थित माध्यमिक शिक्षा निदेशक के कार्यालय पर लौट आए। माध्यमिक कंप्यूटर अनुदेशक एसोसिएशन, उत्तर प्रदेश की अध्यक्ष साजदा पंवार ने कहा कि करीब चार हजार कंप्यूटर अनुदेशकों की सेवाएं समाप्त कर दी गई, जबकि माध्यमिक स्कूलों में कंप्यूटर विषय की मान्यता वर्ष 2002 में दी गई थी। पिछले आठ दिनों से माध्यमिक शिक्षा निदेशालय में प्रदर्शन कर रहे हैं लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही। इस दौरान एमएलसी उमेश द्विवेदी भी मौजूद रहे। फिलहाल अधिकारियों ने ज्ञापन ले लिया जो कि मुख्यमंत्री को संबोधित था।