स्पेनिश ऑर्थर जेवियर मोरो की लिखी बुक द रेड साड़ी इंडिया में रोली बुक पब्लिकेशन ने लॉन्च  कर दी है. इस बात की जानकारी पब्लिकेशन हाउस की एडिटोरियल डायरेक्टर प्रिया कपूर ने ट्वीट करके दी. बुक को लेकर इंडिया में जबरदस्त क्रेज है और इसकी कॉपीज हाथों हाथ सेल हो रही हैं. कांग्रेस पार्टी के रूल में इस बुक पर अनडिक्लेयर्ड बैन लगा हुआ था. सोनिया गांधी की लाइफ पर बेस्ड स्पेनिश बुक ‘El Sari Rojo’ का इंग्लिश ट्रांसलेशन पांच साल के इंतजार के बाद अब मार्केट में है. पॉवर जाने के बाद से एक के बाद एक बुक्स के थ्रू टारगेट की जा रहीं कांग्रेस प्रेसिडेंट के लिए उनकी ये सोकाल्ड ऑटोबायोग्राफी परेशानी का सबब बन सकती है, क्योंकि इस बुक में उनकी लाइफ के कई हिडन साइडस के सामने आने की बातें की जा रही हैं.

 

स्पेनिश ऑर्थर जेवियर मोरो की बुक 'द रेड साड़ी' में सोनिया गांधी के चाइल्डहुड से लेकर पॉलिटिकल करियर में टॉप पर पहुंचने तक की जर्नी के बारे में बताया गया है. बुक में दिए गए फैक्टस को सोनिया और उनके फेमिली फ्रेंडस की हेल्प से मेंशन किया गया है. जनर्लिस्ट जोस्टो मोफियो जो सोनिया और उनकी सिस्टर्स के चाइल्डहुड फ्रेंड हैं के हवाले से उनके बचपन के बारे में बताया है, जब वे ऑर्बेसानो में रहती थीं.

इसके अलावा सोनिया के फादर स्टेफेनो माइनो के फ्रेंड डेनिया क्वार्डी, फेमिली फ्रेंड और बार ओनर पीयर लुईगी साची की हेल्प से उनकी पेरेंटल फेमिली के बारे में डिस्क्राइब किया गया है. बुक में राजीव गांधी और सोनिया को एक-दूसरे से मिलवाने वाले क्रिश्चन वॉन स्टेग्लिन से मिली जानकारी के बेस पर दोनों की लव स्टोरी भी बताई गई है. वहीं सोनिया की बोर्डिंग स्कूल गियावेनो की टीचर सिस्टर डोमेनिका दोशो और गियोवाना नेगरी ने उनकी स्कूल डेज के बारे में बताया है.

इस बुक के स्पेनिश में पब्लिश होने के बाद इंडिया में अंग्रेजी ट्रांसलेशन पब्लिश करने को लेकर कांग्रेस से स्ट्रांग आब्जेक्शन किया था जिसके चलते ये उस टाइम इंडिया में नहीं लान्च हो पायी. हालाकि इस बारे में बुक के ऑर्थर ने क्लेम किया था कि बुक में कोई कंट्रोवर्शियल कंटेंट नहीं है. बल्किं मोरो के अकॉर्डिंग तो ये एक इमेजनरी नॉवेल है जिसका सोनिया की लाइफ से कोई लेना देना नहीं है.

 

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