- स्मूथ ट्रैफिक संचालन में आड़े आ रहा संसाधन का अभाव
- एसपी ट्रैफिक ने की बजट और संसाधन की डिमांड
शहर में जाम का झाम कम नहीं हो रहा है। या यूं कहें कि ये मर्ज बढ़ती ही जा रही है। आप सोच रहे होंगे कि ट्रैफिक डिपार्टमेंट क्या कर रहा है। दरअसल ट्रैफिक विभाग शहर को जाम से उबारने की कोशिश तो कर रहा है पर संसाधनों की कमी हाथ रोक दे रहा है। खुद विभाग एक्सेप्ट कर रहा है कि संसाधनों की कमी से बहुत हद तक यातायात प्रभावित होता है। यह देखते हुए ट्रैफिक डिपार्टमेंट ने संसाधनों की उपलब्धता को लेकर एक लिस्ट तैयार की है। लिस्ट को एडीजी जोन के यहां भेज दिया गया है।
जर्जर हो गए हैं वाहन
ट्रैफिक कंट्रोल के लिए लगे हुए वाहन भी यातायात पुलिस लाइन में खड़े-खड़े खराब हो रहे हैं। किसी तरह कल पुर्जा जोड़-तोड़ कर चलाया जा रहा है। इन्हें भी बदलने को लेकर ट्रैफिक डिपार्टमेंट ने जोर दिया है। लंबे समय से वाहनों की खरीद भी नहीं हुई है।
मिले संसाधन तो बन जाए काम
ट्रैफिक डिपार्टमेंट ने जो लिस्ट दी है यदि वो मिल जाये तो काफी हद तक जाम की समस्या से निजात मिल जाएगी। क्योंकि विभाग के जवान संसाधनों की कमी के चलते जाम छुड़ाने में असहाय साबित हो रहे हैं। साथ ही बजट मिलने से भी काम आसान हो जाएगा।
इन इलाकों में लगता है ज्यादा जाम
शहर में ऐसा शायद ही कोई दिन हो जब आप सड़कों पर फर्राटा भर सकें। सिटी की अधिकतर सड़कें डेली रेंगती हैं। इनमें सबसे ज्यादा रश कैंट, मलदहिया, सिगरा, नई सड़क, मैदागिन आदि ऐरिया में होता है। वहीं शहर में डेवलपमेंट वर्क के चलते भी आये दिन लंबा जाम लग रहा है।
संसाधन की मांग
06
चार पहिया वाहन
10
नई बाइक
200
जैकेट
50
बैटन
100
बैरियर
100
फोल्डिंग, बैरियर, स्लाइडिंग बैरियर
60
नैकबैंड पीए सिस्टम लाउड हेलर
400
बाल सेफ्टी टार्च
370
रिफ्लेक्टिव यातायात जैकेट
400
थर्मोस्टील बोतल
300
रेन कोट
400
सेफ्टी गागल्स
400
पिट्ठू बैग
50
बंडल संकेतक पट्टा
400
पॉकेट डायरी
1000
मास्क
20
चौराहे-तिराहे का सुंदरीकरण
02
लिफ्टर क्रेन टै्रक्टर
01
मिनी ट्रक
-कोन व बोलार्ड
-प्रचार-प्रसार के लिए पर्याप्त धन की उपलब्धता
-सिटी की डैमेज सड़कों का निर्माण
ट्रैफिक व्यवस्था और बेहतर बनाने के लिए कुछ संसाधन बढ़ाने की डिमांड की गई है। इसके लिए एक लेटर उच्चाधिकारियों को लिखा गया है।
श्रवण कुमार सिंह, एसपी ट्रैफिक