30 कारीगर बुलाए गए हैं पश्चिम बंगाल से

20 एक्सप‌र्ट्स को सौंपी गई है इंटीरियर की जिम्मेदारी

250 मेंम्बर्स की कमेटी के सहयोग से होता है आयोजन

10 फीट ऊंची होगी मां दुर्गा की प्रतिमा

02 फीट होगी मुकुट की ऊंचाई

-धौलागिरी शांति स्तूप के आकार में किया जा रहा है तैयार

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PRAYAGRAJ: सिटी में बन रहे पंडाल डिफरेंट थीम पर तैयार किए जा रहे हैं। इसी क्रम में इस बार अहिंसा एवं शांति का प्रतीक धौलागिरी शांति स्तूप भी सिटी में देखने को मिलेगा। जीहां, दरभंगा कॉलोनी में बन रहे दुर्गा पूजा पंडाल को इसी थीम पर डेवलप किया जा रहा है। इस पंडाल में मां दुर्गा भगवान बुद्ध के आसन पर विराजमान होंगी।

शांति का संदेश देता है इसलिए

दरभंगा कालोनी दुर्गा पूजा का पंडाल इस बार भुवनेश्वर स्थित धौलागिरि शांति स्तूप के आकार में तैयार में किया जा रहा है। इसी थीम को क्यों चुना गया, यह पूछने पर दरभंगा कॉलोनी दुर्गा पूजा पंडाल कमेटी के ज्वाइंट सेक्रेटरी आनंद ने बताया कि धौलागिरि शांति स्तूप शांति और अहिंसा का संदेश देता है। हमने इस थीम को इसलिए चुना ताकि पंडाल में आने वाले भक्तों में भी अहिंसा व शांति की भावना जागृत हो।

बंगाल से आए हैं कलाकार

पंडाल को डेवलप करने के लिए वेस्ट बंगाल के 30 कारीगर लगे हुए हैं। वहीं इंटीरियर की जिम्मेदारी 20 एक्सपर्ट कारीगर को सौंपी गई है। यहां मां दुर्गा की मूर्ति की ऊंचाई दस फीट और उनका मुकुट दो फीट ऊंचा होगा। वेस्ट बंगाल से पसंद करते हैं डिजाइन

दरभंगा कालोनी दुर्गा पूजा कमेटी कोलकाता के नवदीप से पंडाल सजाने के लिये एक्सपर्ट कारीगर बुलाती हैं। नवदीप में ही पंडाल कांट्रैक्टर होते हैं। वहां पर कई तरह के पंडाल थीम दिखाई जाती है। हर साल अलग अलग थीम का पंडाल तैयार करने की आइडिया यहीं से लेते हैं।

अंतिम दौर में है तैयारी

दरभंग कॉलोनी की दुर्गा पूजा कमेटी 1958 में स्टैब्लिश की गई थी। इस 61 साल पुरानी कमेटी में तैयारियां पूरे जोर-शोर से चल रही हैं। दुर्गा पूजा पंडाल के हर पार्ट को एक्सपर्ट कारीगर तैयार करते हैं। यही कारीगर इस पंडाल के इंटीरियर को भी डिजाइन करते हैं, ताकि इसका लुक बिल्कुल ऑथेंटिक हो। फिलहाल रामबाग में वेस्ट बंगाल के कारीगर मां की मूर्ति तैयार कर रहे हैं। पंडाल का अंतिम रूप 3 सितम्बर को तैयार हो जाएगा। इसी डेट के आधी रात को मां को पंडाल के भीतर बैठाया जाएगा।