- लंच पैकेट का दाम 187 रुपये और पानी की छोटी बोतल की कीमत 20 रुपये देख भड़के पार्षद

- पार्षदों ने नगर निगम के हर काम में भ्रष्टाचार का लगाया आरोप

VARANASI

परिवहन घोटाला उजागर होने के बावजूद निगम निगम की कार्य संस्कृति में कोई बदलाव नहीं है। सदन के दौरान पार्षदों के लंच पैकेट और अतिथि सत्कार में किए गए खर्च का विवरण सोमवार को पार्षदों के सामने आया तो देखकर वे हैरान हो गए। लंच पैकेट का दाम 187 रुपये और पानी की छोटी बोतल की कीमत 20 रुपये दर्ज था। इस पर गुस्साए निर्दल पार्षद बबलू शाह और भाजपा के पार्षदों ने हंगामा खड़ा कर दिया। आरोप लगाया कि निगम के हर काम और दाम में गोलमाल हो रहा है।

हर पैकेज पर सौ रुपये ज्यादा

पार्षदों का प्रतिनिधिमंडल सोमवार को अपर नगर आयुक्त देवी दयाल वर्मा से मिलकर हिसाब मांगा। नाजिर ने जब सदन में पार्षदों के लिए आए लंच पैकेट का हिसाब दिखाया तो उनके होश उड़ गए। उसके बाद पार्षदों के दल और अधिकारी ने माना कि फिजूलखर्ची रुकनी चाहिए। नाजिर ने फाइल में प्रति पैकेट लंच का जो खर्च दिखाया उसके मुताबिक एक पैकेट का दाम 187 रुपया और पानी की छोटी बोतल की कीमत 20 रुपया बताया गया है। भाजपा पार्षद राजेश यादव चल्लू के नेतृत्व में गए पार्षदों का कहना है प्रति पैकेट सौ रुपया अधिक दिखाया गया है। साथ ही पांच रुपये के पानी की छोटी बोतल की कीमत बीस रुपये लिखी गयी है।

जेनरेटर पर हर दिन पचास हजार खर्च

पार्षदों के अनुसार सदन की बैठक में प्रतिदिन जेनरेटर और माइक सेट पर पचास हजार रुपया खर्च करने से अच्छा है कि अपना पूरा सिस्टम रखा जाए। इस पर अपर नगर आयुक्त ने सहमति जताई। साथ ही जद्दूमंडी के पार्षद लकी वर्मा ने एक फर्म की जांच का मामला उठाया। इस दौरान राजेश यादव चल्लू, कुंवर कांत सिंह, पूर्णमासी गुप्ता, राजेश केशरी, रोहित जायसवाल, बबलू शाह चंद्र नाथ मुखर्जी, पून्नू लाल बिंद, विनोद भारद्वाज, बृजराज कुंवर आदि उपस्थित थे।

विभागों के खर्चे की हो जांच

अपर नगर आयुक्त से मिलने गए प्रतिनिधिमंडल में भाजपा के पार्षद दिनेश यादव ने कहा कि परिवहन विभाग के खर्चे में बेतहासा वृद्धि वर्ष 2014 के बाद ही हुई है। ऐसे में उसके बाद से अब तक हुए खर्चे की जांच होनी चाहिए। इस पर अपर नगर आयुक्त ने कहा कि इसके लिए वे नगर आयुक्त को लिख सकते हैं। इस पर बृजेश चंद्र श्रीवास्तव, अशोक मौर्या, सुनील सोनकर, गोपाल जायसवाल ने भी सहमति जताई।

पार्षद का गुस्सा भड़का

सिकरौल के पार्षद दिनेश का गुस्सा उस वक्त भड़क उठा जब वे अपने क्षेत्र के कार्यो के बारे में मुख्य अभियंता से उनके कार्यालय में जानकारी ले रहे थे। दिनेश यादव का कहना है कि वे पिछले छह माह से काम लिए मुख्य अभियंता से कह रहे हैं। इसके बावजूद इसे गंभीरता से नहीं लिया जा रहा है। उनका कहना है वे गुम हुई फाइल का स्वयं खोज कर ला रहे हैं। फिर भी मुख्य अभियंता इसे टाल रहे हैं। उनके साथ पार्षद अशोक मौर्या ने कहा कि हमारे वार्ड में कई कार्यो का भुगतान हो गया, लेकिन मौके पर काम नहीं हुआ है। इसकी जानकारी पिछले एक साल से मांगी जा रही है लेकिन कोई जवाब नहीं मिल रहा है।