नई दिल्ली (एएनआई / आईएएनएस)। Cyclone Biparjoy : केरल में मानसून ने दस्तक दे दी है। मानसून अब किसी भी समय केरल, तमिलनाडु और कर्नाटक में प्रवेश कर सकता है। वहीं दूसरी ओर चक्रवाती तूफान बिपारजॉय आज अपना विकराल रूप दिखाने जा रहा है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने शनिवार को कहा कि अगले 24 घंटों में चक्रवात बिपारजॉय तेज होने वाला है। इसके चलते मुंबई, पालघर, कोंकण तट के लिए अलर्ट जारी किया गया है। चक्रवात बिपारजॉय फिलहाल मुंबई से 630 किमी की दूरी पर है।

यहां बारिश के साथ तेज हवाएं

भारत मौसम विज्ञान विभाग ने भविष्यवाणी की है कि चक्रवात बिपारजॉय के कारण कर्नाटक, महाराष्ट्र, गोवा और केरल के तटीय इलाकों में तेज हवाएं चलेंगी। साथ ही तट पर बारिश की संभावना जताई गई है। आईएमडी ने मछुआरों को समुद्र में न जाने के लिए अलर्ट जारी किया है। चक्रवात से महाराष्ट्र के तटीय क्षेत्रों में भारी लहरें उठेंगी, जबकि मुंबई, पालघर, रायगढ़, रत्नागिरी सिंधुदुर्ग के तटीय क्षेत्रों में तेज हवाओं के साथ बारिश की संभावना है।

ये हो सकती है हवाओं की गति

आईएमडी के मुताबिक सौराष्ट्र और कच्छ के तटों के साथ-साथ 35-45 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से 55 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली हवा की गति 10 जून को और तेज हो जाएगी। वहीं 11 जून को 40-50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़कर 60 किमी प्रति घंटा होने की संभावना है। 12 जून को 65 किमी प्रति घंटे और 13 से 15 जून के दौरान 60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से 70 किमी प्रति घंटे की रफ्तार तक हवाएं चल सकती हैं।

कोंकण में मानसून के ये संकेत

कोंकण के तटीय इलाकों में झागदार पानी में मिली मिट्टी आने लगी है। चक्रवात बिपारजॉय के कारण इस वलय को रत्नागिरी के तट पर बड़े पैमाने पर देखा जा सकता है। दक्षिण से हवा की मात्रा में भी वृद्धि हुई है। मानसून 4 से 5 दिनों में सक्रिय होगा। बतादें कि इसके पहले आईएमडी ने मई में 4 जून को मानसून के आगमन की भविष्यवाणी की थी। अमूमन दक्षिण पश्चिम मानसून आम तौर पर 1 जून को केरल में लगभग सात दिनों के आसपास आता है।

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