नई दिल्ली (एएनआई / पीटीआई)। Cyclone Biparjoy : दक्षिण पूर्व अरब सागर से उठा चक्रवाती तूफान बिपारजाॅय एक दिन पहले गुजरात के तट से टकराने के बाद बड़ी तबाही मचा गया है। प्रभावित इलाकों में टूटे मकान, उखड़े बिजली के खंभे हालातों की हकीकत को बयां कर रहे हैं। हालांकि गुजरात में चक्रवात के कारण कोई जनहानि नहीं हुई है। वहीं चक्रवात को लेकर भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने आज तड़के कहा कि गुजरात के तटीय क्षेत्रों में दस्तक देने के बाद चक्रवात 'बिपारजॉय' कमजोर होकर 'डीप डिप्रेशन' में बदल गया है और इसके अगले 12 घंटों में 'डिप्रेशन' में बदलने की आशंका है। चक्रवाती तूफान दक्षिण पूर्व पाकिस्तान के ऊपर शुक्रवार रात 11:30 बजे 'डीप डिप्रेशन' में कमजोर हो गया। कच्छ और सौराष्ट्र क्षेत्रों में तबाही मचाने के बाद चक्रवात दक्षिण राजस्थान की ओर बढ़ गया, गुजरात सरकार के सामने लगभग 1,000 गांवों में बिजली बहाल करने और सड़कों पर गिरे पेड़ों को हटाने की तत्काल चुनौती का सामना करना पड़ रहा है।

एनडीआरएफ की टीम आज भी राहत व बचाव कार्य में जुटी

इस बीच पहले यह बताया गया था कि चक्रवात के प्रभाव के कारण भुज, कच्छ में कई पेड़ उखड़ गए। राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की टीम आज भी राहत व बचाव कार्य में जुटी है। चक्रवात, जो अरब सागर में उत्पन्न हुआ और भारत के पश्चिमी तट पर बह गया। आईएमडी की रिपोर्ट के अनुसार, कच्छ में जखाऊ बंदरगाह से लगभग 10 किमी उत्तर में गुरुवार की रात को लैंडफॉल बना। चक्रवाती तूफान 'बिपारजॉय' के गुजरात में आने के बाद अगले दो दिनों में भारी बारिश की भविष्यवाणी के साथ, पश्चिम रेलवे ने शुक्रवार को चक्रवात प्रभावित इलाकों में एहतियात के तौर पर कुछ और ट्रेनों के संचालन को रद करने, आंशिक रूप से रद करने का फैसला किया। गुजरात के जामनगर जिले में तेज हवाओं और चक्रवात की बारिश से बिजली गुल हो गई। समस्या को दूर करने के लिए पीजीवीसीएल (पश्चिम गुजरात विज कंपनी लिमिटेड) की टीमें आज शनिवार को भी लगातार एक्शन मोड में हैं।

National News inextlive from India News Desk