सूर्योदयः- प्रातः 06:24:05
सूर्यास्तः- सायं 05:46:10
विशेषः- जीवन में शुभ फलों की प्राप्ति के लिए हर सोमवार का शिव को शिव लिंग पर पंचामृत ता मीठा कच्चा दूध चढ़ाने से भगवान महादेव जी की कृपा बरसती है।
विक्रम संवतः- 2077
शक संवतः- 1942
आयनः- दक्षिणायन
ऋतुः- शरद ऋतु
मासः- अश्विन शुद्ध माह
पक्षः- शुक्ल पक्ष
तिथिः- तृतीया तिथि 02:10:03 तक तदोपरान्त चतुर्थी तिथि
तिथि स्वामीः- तृतीया तिथि के स्वामी पार्वती शिव जी हैं तथा चतुर्थी तिथि के स्वामी गणेश जी हैं।
नक्षत्रः- अनुराधा 03:56:45 तक तदोपरान्त ज्येष्ठा नक्षत्र
नक्षत्र स्वामीः- अनुराधा के स्वामी शनि जी हैं तथा ज्येष्ठा नक्षत्र के स्वामी बुध देव जी है।
योगः- आयुष्मान 01:17:00 तक तदोपरान्त सौभाग्य
दिशाशूलः- आज के दिन पूर्व दिशा की यात्रा नहीं करना चाहिए यदि यात्रा करना ज्यादा आवश्यक हो तो घर से दर्पण देखकर या दूध पीकर जाए।
गुलिक कालः- शुभ गुलिक काल 01:31: 00 से 02:56:00 तक
राहुकालः- आज का राहु काल 07:49:20 से 09:15:01 तक
तिथि का महत्वः- इस तिथि में परवल नही खाना चाहिए यह तिथि यात्रा, चूड़ा कर्म, अन्नप्राशन व ग्रह प्रवेश के लिए शुभ है।
हे तिथि स्वामी, दिन स्वामी, योग स्वामी, नक्षत्र स्वामी आप पंचांग का पाठन करने वालों पर अपनी कृपा दृष्टि बनाये रखना।
द्वारा: Astrologer Dr. Trilokinath