एक मीटिंग कई अर्थ

शीला दीक्षित की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के कर्द मायने निकाले जा रहे हैं. इस मीटिंग को एक तरह से अभयदान के लिए की गई मीटिंग बताया जा रहा है. गौरतलब है कि पांच गर्वनर पहले ही अपने पदों से इस्तीफा दे चुके हैं जिनमें यूपी के गर्वनर बी एल जोशी, वेस्ट बंगाल के गर्वनर एम के नारायनन, छत्तीसगढ़ के गर्वनर शेखर दत्त और नागालैंड के गर्वनर अश्विनी कुमार हैं. इनके अलावा गोवा के गर्वनर वी वैंचो भी केंद्र में सत्ता परिवर्तन के साथ ही अपनी कुर्सी छोड़ चुके हैं. इस बाबत शीला दीक्षित के ऊपर भी केंद्र की तरफ से इस्तीफे का दबाव बनने और नागालैंड जैसे छोटे स्टेट में ट्रांसफर होने की बाते आ रहीं थी.

शीला ने बताया शिष्टाचार मीटिंग

इसे कुछ भी कहा जाए लेकिन शीला ने मोदी और उसके बाद गृह मंत्री राजनाथ सिंह के साथ हुई मीटिंग को सिर्फ एक मुलाकात बताया है. इसके अलावा शीला ने मीडिया को बताया है कि उनके ऊपर केंद्र से इस तरह का कोई दबाव नही आ रहा है. हालांकि शीला दीक्षित ने कहा कि वे नहीं जानती कि अगले दस दिनों या दस महीनों में क्या होगा.

ट्विटर पर शेयर हुईं मीटिंग की पिक्चर्स

एक ट्विटर एकाउंट से इस मीटिंग की पिक्चर्स शेयर हुईं. इस पिक्चर में नरेंद्र मोदी और शीला दीक्षित को आमने सामने बैठे दिखाया गया है. हालांकि यह कोई ऑफिशियल एकाउंट नही है.

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