- भीड़ ने बारिश में भीगते हुए जताया नागरिकता संशोधन बिल पास होने पर विरोध

- बंद रहीं सैलानी, कुतुबखाना में दुकानें, नारों से गर्माया रहा शहर का माहौल

बरेली : नागरिकता संशोधन बिल को लेकर सड़कों पर आक्रोश दिखाई दिया। जुमे की नमाज के बाद बारिश के दौरान भीड़ प्रदर्शन करती दिखाई दी। नारे लगाकर गुस्सा निकालती रही। धारा 144 लागू होने के बावजूद जुलूस निकाले गए और डीएम के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजे गए। बाजारों में दुकानें भी बंद रखीं।

तौकीर रजा ने की अगुवाई

मुख्य प्रदर्शन आल इंडिया इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल के अध्यक्ष मौलाना तौकीर रजा खां की अगुवाई में नौमहला मस्जिद पर हुआ। यहां जुमे की नमाज के बाद सभा की गई। मौलाना तौकीर रजा खां ने भाषण दिया। कहा कि सरकार के फैसले से न सिर्फ मुसलमानों बल्कि ¨हदू भाइयों और दलितों को भी तकलीफ पहुंची है। सभी संविधान की भावना के विपरीत नागरिकता संशोधन बिल पास किए जाने से खफा दिख रहे हैं।

बेईमानी का आरोप

आरोप लगाया कि सरकार ने सदन में बेईमानी की है। इसका जवाब देंगे। हम संविधान में यकीन रखते हैं। उसमें फेरबदल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। बिल वापस नहीं लिया जाता तो सरकार के सामने इसके बहुत ही खतरनाक परिणाम सामने आने जा रहे हैं। किसी भी हद तक जाकर बिल का विरोध करेंगे। चाहे कोई भी कुर्बानी क्यों न देनी पड़े। गोलियां खाने से भी नहीं डरेंगे। सड़कों पर संघर्ष होगा। बरेली से बात नहीं बनी तो दिल्ली घेरेंगे। मौलाना ने कहा कि कार्यक्रम तो पैदल मार्च कलेक्ट्रेट तक ले जाने का था लेकिन धारा 144 लगी है। प्रशासन ने भी यहीं ज्ञापन लेने और पैदल मार्च स्थगित करने का अनुरोध किया है। प्रशासन को परेशानी में नहीं डालना चाहते, लिहाजा पैदल मार्च रद किया जा रहा है। इस दौरान बारिश भी शुरू हो गई लेकिन भीड़ डटी रही। मौलाना के पैदल मार्च का कार्यक्रम रद करने के बावजूद काफी संख्या में लोग अयूब खां और चौकी चौराहा भी पहुंच गए। चौकी चौराहा मौलाना तौकीर रजा खां को भी पहुंचना पड़ा। उनके समझाने के बाद भी पुराना शहर से आए लोग वापस घरों के लिए गए।