- एल1,एल2 कैटेगरी के हॉस्पिटल्स में कोरोना पेशेंट्स के ट्रीटमेंट में आने वाली प्रॉब्लम्स को सुलझाएंगे मेडिकल कालेज के डॉक्टर्स

- छोटे शहरों तक क्रिटिकल केयर का बेसिक सपोर्ट तैयार करने के लिए ईसीसीएस नेटवर्क की गई शुरुआत

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KANPUR: कोरोना पेशेंट्स के ट्रीटमेंट में डॉक्टर्स को आने वाली प्रॉब्लम्स को दूर करने के लिए शासन ने ई कोविड केयर सपोर्ट नेटवर्क की शुरुआत की है। जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज में इस प्रोजेक्ट से बतौर प्राइमरी हब एक हफ्ते में ही जुड़ गया है। यहां के डॉक्टर्स कोविड पेशेंट्स के ट्रीटमेंट के लिए कानपुर मंडल में बनाए गए एल-1 और एल-2 कैटेगरी के डॉक्टर्स को सपोर्ट देंगे। खासतौर से क्रिटिकल पेशेंट्स को मैनेज करने में मदद करेंगे। जिससे पेशेंट्स का बेहतर ट्रीटमेंट किया जा सकेगा।

जीएसवीएम बना प्राइमरी हब

दूसरे शहरों और राज्यों से हजारों की संख्या में प्रवासी श्रमिकों के लौटने से छोटे शहरों और कस्बों में बढ़े कोरोना के खतरे को देखते हुए शासन ने इस नेटवर्क को तैयार करने की पहल की है। जीएसवीएम मेडिकल कालेज में इसकी जिम्मेदारी मेडिसिन डिपार्टमेंट के एसोसिएट प्रोफेसर व डीएम इंडोक्राइनोलॉजी डॉ। शिवेंद्र वर्मा को मिली है। एल1 एल2 कैटेगरी के हॉस्पिटल्स को सपोर्ट करने के लिए जीएसवीएम मेडिकल कालेज प्राइमरी हब बनाया गया है।

केजीएमयू को सेकेंड्री हब

वहीं एल-3 कैटेगरी का दर्जा रखने वाले मेडिकल कालेज के कोविड हॉस्पिटल में अगर डॉक्टर्स को कोरोना के क्रिटिकल पेशेंट्स को मैनेज करने में प्रॉब्लम आती है तो उनकी मदद के लिए केजीएमयू को सेकेंड्री हब बनाया गया है। मेडिकल कालेज के डॉक्टर्स केजीएमयू के डॉक्टर्स से कंसल्ट करेंगे। इस नेटवर्क की शुरुआत में जीएसवीएम के नोडल प्रभारी ट्रेनिंग के लिए केजीएमयू जाएंगे। डॉ.शिवेंद्र वर्मा ने बताया कि यह डॉक्टर टू डॉक्टर कम्यूनिकेशन सिस्टम है। यह सुबह 8 बजे से शाम 8 बजे तक काम करेगा। इस दौरान डॉक्टर्स की जो भी क्वेरीज होंगी। इस पर बात होगी। साथ ही पेशेंट्स की रिपोर्ट्स भी शेयर की जा सकेगी। मेडिकल कालेज में इसे लेकर पूरा सिस्टम तैयार कर लिया गया है।

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ऐसे काम करेग सिस्टम

- ई कोविड केयर सपोर्ट नेटवर्क डॉक्टर टू डॉक्टर कम्यूनिकेशन सिस्टम है

-एल-1 व एल-2 कैटेगरी हॉस्पिटल्स को सपोर्ट करेंगे जीएसवीएम के डॉक्टर्स

-इसी तरह जीसवीएम के डॉक्टर्स केजीएमयू के डॉक्टर्स से कंसल्ट करेंगे

-सुबह 8 से शाम 8 बजे तक काम करेगा, डॉक्टर्स की क्वेरीज पर होगी बात

-साथ ही पेशेंट्स की रिपोर्ट्स भी एक-दूसरे से शेयर की जा सकेगी

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शासन के निर्देश के बाद 7 दिनों में ही ई कोविड केयर सपोर्ट नेटवर्क को तैयार कर लिया गया है। इससे कोरोना पेशेंट्स के ट्रीटमेंट से जुड़ी प्रॉब्लम्स को हायर सेंटर्स के डॉक्टर्स शेयर किया जा सकता है। जिससे एल-1 एल-2 कैटेगरी के हॉस्पिटल्स में ही बेहतर कोविड केयर मिल सकेगी।

- डॉ.आरती लालचंदानी, प्रिंसिपल, जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज