इससे पहले मिस्र में सरकारी मीडिया ने कहा था कि सरकार ने मुस्लिम ब्रदरहुड को क़ानूनी तौर पर ख़त्म करने का फ़ैसला कर लिया है. लेकिन प्रधानमंत्री कार्यालय ने इन खबरों का खंडन किया है.

सामाजिक एकता मंत्रालय के एक प्रवक्ता का कहना था कि ये फ़ैसला इस इस्लामी आंदोलन के ग़ैर-सरकारी संगठन यानी एनजीओ के दर्जे को कुछ ही दिनों के भीतर पलट देगा.

प्रवक्ता का कहना था कि ब्रदरहुड लड़ाकू नागरिकों और ग़ैर क़ानूनी गतिविधियों में शामिल होने संबंधी आरोपों के बारे में सफ़ाई देने में नाकाम रहा है.

लेकिन प्रधानमंत्री कार्यालय की अधिकारी शेरिफ़ शॉवकी ने बीबीसी को बताया कि एकता मंत्रालय ने इस तरह का कोई फ़ैसला नहीं किया है.

मिस्र में सैन्य अधिकारियों ने इस संगठन के ख़िलाफ़ मोहम्मद मोर्सी को सत्ता से हटाने के बाद गत तीन जुलाई से ही कड़ी कार्रवाई संबंधी अभियान चला रखा है.

हिंसा भड़काने और हत्या के आरोप में ब्रदरहुड के दर्जनों बड़े नेताओं को हिरासत में ले लिया गया है.

प्रदर्शन

इसके ख़िलाफ़ ब्रदरहुड के सैकड़ों कार्यकर्ता मोर्सी की सत्ता में वापसी की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं.

प्रदर्शनकारियों पर हुई कार्रवाई में ब्रदरहुड के कई लोगों की मौत भी हो चुकी है.

मिस्र में 85 साल पुराने इस इस्लामी आंदोलन पर वहां की सैनिक सरकार ने 1954 में प्रतिबंध लगा दिया था, लेकिन इसके बाद ब्रदरहुड ने ख़ुद को एनजीओ के रूप में पंजीकृत कराकर क़ानूनी दर्जा हासिल कर लिया.

ब्रदरहुड का एक क़ानूनी रूप से पंजीकृत राजनीतिक घटक भी है जिसका नाम फ्रीडम एंड जस्टिस पार्टी है.

जून 2011 में तत्कालीन राष्ट्रपति मोहम्मद मोर्सी के ख़िलाफ़ हुई बग़ावत के दौरान इस पार्टी की स्थापना हुई थी.

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