- छात्रों की डिग्री की समस्या के निवारण की मांग की गई

- स्कॉलरशिप और ईवनिंग क्लासेज के समाधान की मांग की

- स्टूडेंट्स की समस्याओं को लेकर वीसी से मिले सपा छात्र

Meerut: सीसीएसयू में सोमवार को काफी देर तक हंगामा होता रहा। सपा स्टूडेंट्स ने यूनिवर्सिटी में ऐसे छात्रों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाने की मांग की, जिन्हें रेस्टीकेट किया जा चुका है। वीसी के आश्वासन पर ये लोग शांत हुए।

इन पर हुई बातें

सपा छात्र सभा प्रदेश अध्यक्ष अतुल प्रधान और यूनिवर्सिटी के दर्जनों स्टूडेंट्स सोमवार को वीसी से मिलने पहुंचे। जहां अतुल प्रधान ने छात्र समस्या निवारण केंद्र में लगी जबरदस्त भीड़ को लेकर बातचीत शुरू की। इनका कहना है कि स्टूडेंट्स को जिस तरह से प्रोविजनल डिग्री दी जा रही है उसी तरह ओरिजनल डिग्री दी जाए। क्योंकि प्रोविजनल छह महीने के लिए वेलिड है। इसके बाद इनको दोबारा डिग्री बनवानी पड़ेगी। साथ ही डिग्री और उसके फार्म को लेकर चल रही कालाबाजारी रोकने की मांग की।

मजबूरी में दे रहे पैसे

अतुल प्रधान का कहना है कि डिग्री के फार्म निकलवाने के लिए लोग चार से पांच सौ रुपए तक दे रहे हैं। जबकि डिग्री का फार्म दो सौ रुपए का है। यूनिवर्सिटी के कुछ कर्मचारी इन फार्म को ब्लैक में बेच रहे हैं। जिसके लिए स्टूडेंट्स की समस्या का निवारण किया जाए। साथ ही अलग से काउंटर की व्यवस्था की जाए। ताकि स्टूडेंट्स दलालों के शिकार ना हो सकें। वहीं रेस्टीकेट स्टूडेंट्स की फोटो कैंपस में लगवाने और उसके प्रवेश को वर्जित करने की मांग की।

गेस्ट हाउस और वाईफाई

अतुल प्रधान ने वीसी से कहा कि यूनिवर्सिटी का गेस्ट हाउस शराबियों का अड्डा बना हुआ है। वहां लोग दिन रात शराब पीते हैं। जबकि किसी सही आदमी को यह गेस्ट हाउस उपलब्ध नहीं होता। इसके साथ ही यूनिवर्सिटी में वाई-फाई लगाकर स्टूडेंट्स की इंटरनेट की समस्या का निवारण करने की मांग की। जिन बच्चों को स्कॉलरशिप नहीं मिला है उनको जल्द स्कॉलरशिप दिलाए जाने के लिए कहा। जिसमें अतुल प्रधान ने खुद हेल्प करने के लिए कहा।

फोटों लगाए जाएं

इस बीच सीटों और रजिस्ट्रेशन को लेकर ईवनिंग क्लासेज चलाए जाने को लेकर बातचीत हुई। आखिर में यूनिवर्सिटी में सिक्योरिटी पर बातचीत करते हुए कहा कि यूनिवर्सिटी में जिन स्टूडेंट्स को निष्कासित और रेस्टीकेट किया गया है उनके फोटो लगाने की मांग की। ताकि इन लोगों का प्रवेश रोका जा सके। कुछ स्टूडेंट्स नेता को दलाल बताते हुए उन पर कार्रवाई की मांग की। जो खुद को नेता दिखाकर स्टूडेंट्स की समस्या लेकर घूमते रहते हैं। वीसी ने फिलहाल इस मामले में आश्वासन दिया है।