सिडनी (आईएएनएस)। ऑस्ट्रेलिया के पूर्व स्पिनर ब्रैड हॉग ने कहा है कि भारत के ऑफ स्पिनर आर अश्विन सबसे ज्यादा टेस्ट विकेट लेने के मुथैया मुरलीधरन के रिकॉर्ड को तोड़ सकते हैं। 34 साल के अश्विन जिनके पास 78 मैचों में 409 विकेट हैं, श्रीलंका के पूर्व खिलाड़ी से 391 विकेट पीछे हैं। बता दें मुरलीधरन के नाम 800 टेस्ट विकेट दर्ज हैं। हाॅग ने कहा, "अश्विन अभी 34 वर्ष के हैं। मुझे लगता है कि वह शायद टेस्ट में 42 साल की उम्र तक खेलेंगे। मुझे लगता है कि उनकी बल्लेबाजी गिर सकती है। लेकिन समय बीतने के साथ वह गेंद के साथ अधिक घातक होगा। मैं उसे कम से कम 600+ टेस्ट विकेट लेते हुए देख सकता हूं। हो सकता है वह मुथैया मुरलीधरन के रिकॉर्ड [800 टेस्ट विकेट] को भी तोड़ दे।'

अश्विन लगातार खुद को बेहतर बना रहे
हॉग ने अश्विन की तारीफ करते हुए आगे कहा, "मुझे लगता है कि वह इतना अच्छा है क्योंकि वह अनुकूलनीय है और एक क्रिकेटर के रूप में आगे बढ़ने की उसकी भूख है। उसने इंग्लैंड की परिस्थितियों के लिए अभ्यस्त होने के लिए काउंटी क्रिकेट भी खेला और इस तरह वह विशेष रूप से हाल के वर्षों में इतना सफल हुआ है।" हॉग ने अश्विन को मैदान पर शतरंज का खिलाड़ी कहा और ऑस्ट्रेलिया के पिछले दौरे पर उनके द्वारा दिखाए गए साहस की प्रशंसा की।

क्रिकेट के मैदान का शतरंज प्लेयर
पूर्व कंगारु गेंदबाज ने कहा, "अश्विन जब भी किसी प्रतियोगिता में पीछे नहीं रहना चाहते हैं। वह ऐसा व्यक्ति है जिसके खिलाफ आप खेलना चाहते हैं क्योंकि आप जानते हैं कि आपका टेस्ट होने वाला है और आप उसका परीक्षण भी कर सकते हैं। मुझे लगता है कि वह क्रिकेट के मैदान पर बहुत अच्छा शतरंज खिलाड़ी है।अश्विन के लिए मेरे मन में सम्मान है, खासकर जब उन्होंने पिछले दौरे में ऑस्ट्रेलिया में कठिन परिस्थितियों में खेलने का साहस दिखाया। उनके खिलाफ खेलना सौभाग्य की बात है और वह शानदार रहे हैं।'

बना सकते हैं रिकाॅर्ड
पूर्व चाइनामैन गेंदबाज हॉग ने अश्विन को साथी ऑस्ट्रेलियाई नाथन लियोन से ऊपर रखा, लेकिन कहा कि वह अब तक के सबसे महान ऑफ स्पिनर नहीं होंगे, भले ही उन्हें नियमों और शर्तों में बदलाव के कारण 800 विकेट मिल जाएं। "वह निश्चित रूप से इस समय दुनिया में सबसे अच्छा ऑफ स्पिनर है, लेकिन नियमों और शर्तों में बदलाव के कारण हम उसे अब तक का सबसे महान ऑफ स्पिनर नहीं कह सकते।" 50 वर्षीय ने हाॅग कहते हैं, "विराट कोहली, चेतेश्वर पुजारा को देखें। वे हमेशा पूरी दुनिया में हावी रहते हैं क्योंकि वे जानते हैं कि अलग-अलग परिस्थितियों में कैसे ढलना है। मुझे लगता है कि अंग्रेजी बल्लेबाज तीसरे टेस्ट में परिस्थितियों के अनुकूल नहीं थे और मैं अन्य सभी से सहमत हूं। दुनिया में स्पिनरों को लगता है कि हमें खेल की गतिशीलता को बदलने के लिए इस तरह की और पिचों की जरूरत है।"

Cricket News inextlive from Cricket News Desk