दो मिनट का मौन रखा
पूर्व लोकसभा स्पीकर व राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के संस्थापक सदस्य के रूप में पहचाने जाने वाले सदस्य पीए संगमा के निधन से राजनीतिक गलियारों में शोक की लहर छा गई है। लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन ने सदन में इसकी सूचना दी थी। 68 साल के पीए संगमा की मौत की सूचना मिलने के बाद सदन में दो मिनट का मौन रखा गया। इसके बाद लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन ने ऐलान किया अब यह सदन 8 मार्च तक स्थगित की जाती है। उनका कहना था कि पीए संगमा के जाने से राजनीतिक गलियारों में शोक की लहर दौड़ गई है। कुछ पलों के लिए तो लोगों को यकीन ही नहीं हो पा रहा था। वहीं सोशल मीडिया पर भी नेता व उनके समर्थक उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि दे रहे हैं। इसके अलावा उनके घर पर भी लोगों की भीड़ उमड़ी है। सभी उनकी एक झलक पाने को आतुर हैं।

स्पीकर के रूप में सक्रिय

पीए संगमा 1996-98 के बीच लोकसभा स्पीकर के रूप में सक्रिय रहे। 1 सितंबर 1947 को जन्मे संगमा ने राजनीति की दुनिया में एक बड़ा नाम कमाया है। वह  1988-90 के बीच मेघालय के मुख्यमंत्री के रूप में पहचाने गए। इतना ही नहीं करीब 8 बार लोकसभा सासंद चुने गए पीए संगमा ने राजनीतिक करियर की शुरुआत कांग्रेस पार्टी के साथ की थी। हालांकि बाद में वह इससे अलग हो गए थे। शरद पवार और तारिक अनवर के साथ मिलकर उन्होंने नई राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी का गठन किया। कांग्रेस पार्टी से अलग होने के पीछे कहा जाता है कि सोनिया गांधी के विदेशी मूल का होने की वजह से वह पार्टी से अलग हुए थे।

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