बर्लिन डिफेंस

गत चैंपियन विश्वनाथन आनंद एक बार फिर चैलेंजर मैग्नस कार्लसन का किला नहीं भेद पाए और विश्व शतरंज चैंपियनशिप के सातवें मुकाबले में उन्हें ड्रॉ से संतोष करना पड़ा. लगातार दो हार झेलने वाले आनंद इस मुकाबले में भी कोई कमाल नहीं कर सके. काले मोहरों से खेलते हुए कार्लसन ने फिर बर्लिन डिफेंस अपनाया. बारह बाजियों के मुकाबले में अब सिर्फ पांच बाकी हैं और कार्लसन के पास दो अंक की बढ़त है. स्कोर उनके पक्ष में 4.5-2.5 है. आनंद को बराबरी के लिए अगले पांच में से दो मुकाबले जीतने होंगे.

सफेद और काले का खेल

कार्लसन के बर्लिन डिफेंस ने आनंद को शुरू से ही परेशान कर रखा है और आज भी हालात दीगर नहीं थे. आनंद की कोई रणनीति उनके सामने नहीं चल सकी. आनंद पिछले दो मुकाबलों की तरह पेचीदगियों में नहीं फंसना चाहते थे लिहाजा रक्षात्मक खेल दिखाया. महज 32 चालों के बाद ड्रॉ रहे मुकाबले के बाद उन्होंने कहा, 'मुझे लगा था कि मुझे फायदा मिलेगा लेकिन ऐसा हो नहीं सका.' अगले पांच मुकाबलों में से कार्लसन को तीन सफेद मोहरों से खेलने हैं जबकि आनंद को सिर्फ दो में सफेद मोहरें मिलेंगे.

केवल 2 अंकों की जरूरत

नॉर्वे का यह युवा खिलाड़ी अपनी पहली विश्व चैंपियनशिप में अपना पहला खिताब जीतने की राह पर है. कार्लसन ने अभी तक मैच में दबदबा बनाए रखा है और आनंद को अगर बचे हुए मैचों में बने रहना है तो उन्हें दमखम वाला प्रदर्शन करना होगा. कार्लसन को अगले पांच मैचों में खुद को साबित करने के लिए केवल दो अंक की जरूरत है.