कानपुर। कानपुर के चौबेपुर क्षेत्र में 8 पुलिसकर्मियों की हत्या का मुख्य आरोपी गैंगस्टर विकास दुबे को पुलिस ने अरेस्ट कर लिया। मध्य प्रदेश पुलिस ने विकास को उज्जैन में पकड़ा। पीटीआई की खबर के मुताबिक, विकास को गुरुवार सुबह उज्जैन में धर दबोचा। उज्जैन के कलेक्टर आशीष सिंह ने एएनआई से बातचीत में कहा, 'विकास दुबे उज्जैन में महाकाल मंदिर का दर्शन करने आया था। जहां सुरक्षाकर्मियों ने उसे पहचान लिया। इसके बाद तुरंत पुलिस को सूचित किया गया। पुलिस के आने के बाद उसने अपनी पहचान कबूल की। उसे पुलिस ने पकड़ लिया है और उससे पूछताछ जारी है।


मंदिर जाने के लिए खरीदी टिकट अौर लिया प्रसाद

विकास दुबे को मंदिर के अंदर पकड़ा गया या बाहर, इसको लेकर फिलहाल पुष्टि नहीं हो पाई है। इस बीच, मंदिर के सूत्रों ने कहा कि दुबे सुबह-सुबह महाकाल मंदिर पहुंचा। उसने पुलिस चौकी के पास एक काउंटर से 250 रुपये का टिकट खरीदा। इसके बाद वह पास की दुकान से प्रसाद लेने गया। जहां दुकान के मालिक ने उसकी पहचान की और पुलिस को सतर्क किया। जब पुलिसकर्मियों ने उससे उसका नाम पूछा, तो उसने जोर से कहा "विकास दुबे", जिसके बाद मंदिर में तैनात कर्मियों ने उसे दबोच लिया। प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा कि दुबे के साथ दो लोग और थे।

एमपी के मुख्यमंत्री ने पुलिस वालों को दी बधाई

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पुलिस को विकास दुबे की गिरफ्तारी के निए बधाई दी है। साथ ही उन्होंने ट्वीट किया, 'मैंने यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से बात कर ली है। शीघ्र आगे की कानूनी कार्रवाई की जायेगी। मध्यप्रदेश पुलिस, विकास दुबे को उत्तर प्रदेश पुलिस को सौंपेगी।' शिवराज ने एक और ट्वीट किया, 'जिनको लगता है की महाकाल की शरण में जाने से उनके पाप धूल जाएँगे उन्होंने महाकाल को जाना ही नहीं। हमारी सरकार किसी भी अपराधी को बख्श्ने वाली नहीं है।'



यूपी पुलिस को किया गया सूचित

मध्यप्रदेश के मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा, 'यह पुलिस के लिए एक बड़ी सफलता है, विकास दुबे एक क्रूर हत्यारा है। पूरे मध्य प्रदेश की पुलिस अलर्ट पर थी। विकास को उज्जैन महाकाल मंदिर से गिरफ्तार किया गया है। हमने उत्तर प्रदेश पुलिस को सूचित कर दिया है।'

आज विकास के दो साथियों को पुलिस ने किया ढेर

यूपी पुलिस ने गुरुवार सुबह दो अलग-अलग मुठभेड़ों में उसके दो और साथियों को गोली मार दी। विकास दुबे का करीबी प्रभात मिश्रा उर्फ ​​कार्तिकेय को स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) की एक टीम ने बुधवार को फरीदाबाद में गिरफ्तार किया था और उसे ट्रांजिट रिमांड पर कानपुर लाया जा रहा था। एसटीएफ के एक अधिकारी ने कहा अभी हम कानपुर पनकी पहुंचे थे कि हमारी गाड़ी अचानक से रुक गई। ऐसे में गाड़ी को ठीक किया जा रहा था तभी प्रभात मिश्रा ने एक इंस्पेक्टर की पिस्तौल छीनने की कोशिश की और एसटीएफ टीम पर गोलियां चला दीं। जवाबी गोलीबारी में उसे मार गिराया गया।

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