11 साल बाद खत्म होगा इंतजार
पाकिस्तान में रह रही मूक-बधिर भारतीय युवती गीता सोमवार को अपने घर लौटेगी। पाकिस्तानी उच्चायोग ने बताया कि वह सुबह 10 बजकर 20 मिनट पर नई दिल्ली स्थित इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर पहुंच जाएगी। दोनों देश की सरकारों ने उसकी स्वदेश वापसी को लेकर सभी औपचारिकताएं पूरी कर ली हैं। गीता गलती से सीमा पार करने के बाद करीब एक दशक से पाकिस्तान में रह रही है।

खुशियों के लाल रंग में लिपटी रवाना हुई गीता
23 साल की गीता जो कराची में ईधी फाउंडेशन के आश्रय स्थल में रह रही थी, वह आज सुबह सवेरे लाल रंग के कपड़ों में सजी सोमवार सुबह पाकिस्तान एयरलाइंस के विमान से नई दिल्ली के लिए रवाना हो गयी। उसे पाकिस्तान से सम्मान सहित भीगी आंखें के साथ विदा किया गया। उसके साथ वह खुद, उनके पिता फैजल ईधी, मां तथा दादी बिलकीस ईधी भी जाएंगे। डीएनए जांच से गीता के माता-पिता की पुष्टि होने तक वे भारत में रहेंगे। जांच में पुष्टि होने पर ही उसे परिवार वालों को सौंपा जाएगा। उन्होंने बताया कि डीएनए जांच निगेटिव होने पर भारतीय अधिकारियों ने गीता को सुरक्षित जगह पर रखने का आश्वासन दिया है। गीता के साथ भारत आने वाले सभी लोगों को सरकारी अतिथि का दर्जा दिया जाएगा।

Geeta coming home

गीता ने पहचाना था परिवार को
गौरतलब है कि भारतीय उच्चायोग द्वारा भेजे गए फोटो से गीता ने अपने परिवार वालों की पहचान की थी। इसके मुताबिक उसका परिवार बिहार के सहरसा जिले के कबीरा धाप गांव का रहने वाला है। बताया जाता है कि गीता जब 11-12 साल की थी, तब पाकिस्तानी रेंजर्स को वह लाहौर रेलवे स्टेशन पर समझौता एक्सप्रेस में अकेली बैठी हुई मिली थी। पुलिस उसे लाहौर के चैरिटेबल ईधी फाउंडेशन में ले गई। बाद में उसे कराची में एक आश्रय स्थल में रखा गया। इसी साल अगस्त में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने गीता को वापस ले जाने की घोषणा की थी। उन्होंने पाकिस्तान में उच्चायुक्त टीसीए राघवन को गीता से मिलने और उसके परिवार का पता लगाने को कहा था।

अपनी हीरा से मिलने पहुंचा है परिवार
परिजन लंबे अरसे बाद अपनी हीरा (गीता का असली नाम) से मिलने को बेकरार हैं। बिहार के सहरसा से उसके माता-पिता और भाई कुछ दिन पहले ही दिल्ली आ चुके हैं। बताया जा रहा है कि विदेश मंत्रालय के अधिकारी जवाहर भवन में गीता से परिजनों की मुलाकात करवा सकते हैं।  गीता कहां रहेगी इस संबंध में परिवार को कोई जानकारी नहीं दी गई है। गीता के पिता जनार्दन महतो और मां शांति देवी बिहार भवन में ठहरे हुए हैं। उनके साथ गीता का 11 वर्षीय बेटा संतोष भी है।

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