मुंबई (आईएएनएस)। आयुष्मान खुराना की पहली फिल्म विक्की डोनर आठ साल पहले आज ही के दिन रिलीज हुई थी। अपने इन आठ इवेंटफुल ईयर्स को देखते हुए,उनका कहना है कि वह अपने जैसे बाहरी व्यक्ति का खुले दिल से स्वागत करने के लिए बॉलीवुड के अहसानमंद हैं। इन दिनों जब बॉलीवुड में परिवारवाद को लेकर इतनी कंट्रोवर्सी हो रही है ऐसे में आयुष्मान का ये कहना वाकई खास है।

खास था आठ साल का सफर

आयुष्मान का कहना है कि आठ साल की ये जर्नी खासी सैटिस्फैक्ट्री, प्यार भरी और एक्साइटिंग रही, और वे इसके बारे में कुछ भी बदलना नहीं चाहेंगे। वे आभारी हैं ईश्वर के कि उसने उन्हें अपने सपनों का पीछा करने लायक बनाया। यह आसान नहीं था, इसमें उन्हें कई बार आंसुओं और आत्मविश्वास से गुजरना पड़ा, लेकिन यह निश्चित रूप से सुपर रोमांचक रहा है।

ऑफबीट फिल्में कीं

आयुष्मान ने कहा अपने डेब्यु के बाद से ही उन्होंने ऑफबीट सब्जेक्ट्स की फिल्मों को चुना है जो अक्सर टैबू इशूज को हाई लाइट करती रही हैं, जैसे विक्की डोनर में स्पर्म डोनेट करने वाले की कहानी थी, फिर शुभ मंगल सावधान जिसमें मैरिज रिलेटेड कुछ सेंसटिव मुद्दे थे, गंजेपन पर बनी बाला, तो समलैंगिक रिश्ते पर शुभ मंगल ज्यादा सावधान ऐसी फिल्मों की लंबी फेहरिस्त है।

थैंक्यू बॉलीवुड

राष्ट्रीय पुरस्कार जीतने वाले इस एक्टर का कहना है कि स्टारडम की इस यात्रा में उनके पास आभारी होने के लिए कई चीजें हैं। वे खुली बाहों से उनके जैसे बाहरी व्यक्ति का स्वागत करने के लिए फिल्म उद्योग के आभारी हैं, वे उन सभी दूरदर्शी फिल्म निर्माताओं के शुक्रगुजार हूं जिन्होंने उनको अपनी कहानियों का हिस्सा बनाया क्योंकि आयुष्मान मानते हैं कि वो आज जो कुछ भी हैं उनकी वजह से ही हैं। इसके साथ ही अपने काम को सराहने और उसे देखने आने के लिए वो फिल्मों के व्यूअर्स के भी थैंकफुल हैं।

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