भारी कर्ज के बोझ तले दबा ग्रीस इससे छुटकारा पाने के लिए मार्केट में खड़ा हो गया है. कर्ज उतारने के लिये इस कन्ट्री ने अपने एअरपोर्ट, रेलवेस, रोड्स, पोर्ट्स और बैंक्स बेचने की पेशकश की है. अगर इसे अपना पूरा कर्ज उतारना हो तो 340 अरब यूरो यानी करीब 21 लाख 50 हजार करोड़ रुपये जुटाने होंगे. आकड़ो के हिसाब से देश की कुल आबादी 1.13 करोड़ है और अगर इसे सिटीजन्स के बीच डिवाइड किया जाए तो हर इंडिविजुअल को 30 हजार यूरो से भी ज्यादा की रकम चुकानी पड़ जाएगी.

क्या- क्या है बिकाऊ  

ग्रीक न्यूजपेपर 'एथेंस' ने उन प्रापर्टीज की डिटेल दी है, जिन्हें यहां की सरकार बेचना चाहती है. इनमे 39 हवाई अड्डे, 850 बंदरगाह, रेलवे, मोटरवे, दो इलेक्ट्रीसिटी कम्पनियां, बैंक्स, हजारों एकड़ जमीन, कैसिनो और नेशनल लॉटरी शामिल हैं.

मामला नहीं है इतना सीधा 

अगर आप सोंच रहे हैं कि इतनी सारी चीजें बेंचने से ग्रीस मालामाल हो जायेगा तो आप गलत हैं. इससे तो केवल 50 अरब यूरो ही मिलेंगे. मतलब यह कि देश को कर्ज चुकाने में थोड़ी सी राहत मिलेगी फिर भी काफी सारा कर्ज सरकार को और तरीकों से ही उतारना होगा. देश मे चल रहे प्रोटेस्टस को देखते हुए भी यह खरीददारी आसान नही होगी. 

जानकारों का तो यह भी कहना है कि प्राइवेट इक्विटी फर्में इन प्रापर्टीज को नहीं खरीदेंगी, क्योंकि ग्रीस में जोखिम बहुत ज्यादा है. मगर चाइना इन प्रापर्टीज को खरीद सकता है. ग्रीस के प्राइममिनिस्टर जॉर्ज पापेंद्रू को उम्मीद है कि उम्मीद है कि चीन से आना वाला इनवेस्टमेंट ग्रीस को बचा सकता है. पिछले साल ही चीन की सरकारी जहाजरानी कंपनी कोस्को ने एथेंस बंदरगाह को खरीदा था.

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