मोरबी (एएनआई)। गुजरात में मोरबी हैंगिंग ब्रिज गिरने की घटना में गुजरात के गृह मंत्री हर्ष संघवी ने सोमवार को कहा मरने वालों की संख्या अब तक 132 पहुंच गई है। उन्होंने दुख व्यक्त करते हुए कहा कि इस घटना में एक आपराधिक मामला दर्ज किया गया है। रेंज आईजीपी के नेतृत्व में आज जांच शुरू हो गई है। रात भर सब काम करते रहे। नौसेना, एनडीआरएफ (राष्ट्रीय आपदा राहत बल), वायुसेना, सेना और फायर ब्रिगेड तुरंत मौके पर पहुंच गई। 200 से अधिक लोगों ने पूरी रात तलाशी और बचाव अभियान चलाया है। प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष (पीएमएनआरएफ) की ओर से इस हादसे में मारे गए लोगों के परिजनों के लिए 2 लाख रुपये की आर्थिक मदद की घोषणा की गई है, जबकि घायलों को 50,000 रुपये दिए जाएंगे।


स्थानीय लोगों की मदद से बचाव कार्य किया गया
वहीं घटना के बाद मुख्यमंत्री भूपेंद्रभाई पटेल, गृह राज्य मंत्री हर्षभाई सांघवी, मंत्री बृजेशभाई मेराजा और राज्य मंत्री श्री अरविंदभाई रैयानी आधी रात को घटनास्थल पर पहुंचे और व्यक्तिगत रूप से बचाव अभियान का जायजा लिया और निर्देश दिए। जिला प्रशासन से मिली जानकारी के अनुसार हादसे के बाद तत्काल व्यवस्था को सक्रिय किया गया और स्थानीय लोगों की मदद से बचाव कार्य शुरू किया गया। इसके अलावा अन्य जगहों से भी टीमें मौके पर पहुंचने लगी हैं।
घायलों का आपातकालीन उपचार शुरू किया गया
विभिन्न स्वास्थ्य केंद्रों, राजकोट पीडीयू अस्पताल और सुरेंद्रनगर सिविल अस्पताल के लगभग 40 डॉक्टरों ने मोरबी सिविल अस्पताल में घायलों का आपातकालीन उपचार शुरू किया। पुल गिरने के बाद राजकोट नगर निगम की नाव और लाइफ जैकेट समेत बचाव सामग्री मोरबी पहुंची और बचाव अभियान शुरू किया। घायलों को तुरंत अस्पताल पहुंचाने के लिए राजकोट, जामनगर, जूनागढ़ महानगर पालिका और मोरबी नगर पालिका से इमरजेंसी एंबुलेंस रात भर दौड़ती रहीं।

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