13 जुलाई को आषाढ़ मास की अमावस्या के साथ ही सर्वार्थ सिद्धी योग के पुनर्वसु नक्षत्र में गुप्त नवरात्र का आरंभ होगा। इसी दिन खण्डग्रास सूर्यग्रहण का भी आरंभ होगा। भारतीय समय अनुसार ग्रहण का प्रारंभ सुबह 7 बजे से होगा हालांकि यह भारत में दिखाई नहीं देगा इसलिए माना जा रहा है कि इसका यहां पर प्रभाव नहीं होगा।

अक्सर लोगों को साल में 2 बार नवरात्रों का पता होता है। परन्तु नवरात्रे साल में 4 बार हर ऋतु में आते हैं। वसंत, आषाढ़, अश्विन और माघ में से केवल अश्विन और वसंत ऋतु में आने वाले नवरात्रि तो सभी लोग मनाते हैं। लेकिन बाकि दोनों नवरात्रि गुप्त कहलाते हैं।

10 महाविद्याओं का अर्थ है 10 देवियों की आराधना

13 जुलाई को सूर्यग्रहण के साथ शुरु होगी गुप्त नवरात्र,ऐसे कर सकते हैं मनोकामनाएं पूरी

हालांकि गुप्त नवत्रात्रों में भी उसी तरह पूजा की जाती है जैसे कि बाकि दोनों नवरात्रों में परन्तु गुप्त नवरात्रों में 10 महाविद्याओं की साधना की जाती है। साधना के लिए गुप्त नवरात्रों को विशेष माना गया है। इन नवरात्रों में साधक की इच्छा के अनुसार फल मिलता है। 10 महाविद्याओं का अर्थ है 10 देवियों की आराधना। देवियों को प्रसन्न कर अपनी मनोकामनाएं पूरी की जाती है।

10 देवियों के नाम इस प्रकार हैं— 

मां काली, तारा देवी, त्रिपुर सुंदरी, भुवनेश्वरी, माता छिन्नमस्ता, त्रिपुर भैरवी, मां ध्रूमावती, माता बगलामुखी, मातंगी और कमला देवी

हर मनोकामना के लिए अगल देवी

13 जुलाई को सूर्यग्रहण के साथ शुरु होगी गुप्त नवरात्र,ऐसे कर सकते हैं मनोकामनाएं पूरी

काली– पहली महाविद्या मां काली की होती है, जिससे किसी भी बीमारी या अकाल मृत्यु से बचा जा सकता है। इस सिद्धि से दुष्ट आत्माओं से भी बचाव किया जा सकता है।

तारा– दूसरी महाविद्या मां श्मशान तारा की होती है जो हमे तीव्र बुद्धि और रचनात्मक शक्ति प्रदान करती हैं।

त्रिपुर सुंदरी– अगर कोई भी काम ऐसा है जो सपन्न नहीं हो पा रहा है तो वह त्रिपुर सुंदरी की आराधना कर सकता है।

भुवनेश्वरी– माँ भुवनेश्वरी सभी की इच्छाएं पूरी करती हैं।

छिन्नमस्ता– देवी की साधना कर सभी प्रकार की रोजगार सम्बन्धी मसले दूर होते हैं।

त्रिपुर भैरवी– भैरवी मां की आराधना कर के विवाह में आई बाधाओं से मुक्ति मिलती है।

धूमावती– बुरी नजर, तंत्र-मंत्र, जादू-टोने, भूत-प्रेत से मुक्ति पाने के लिए धूमावती मां को प्रसन्न किया जाता है।

बगलामुखी– मां बगलामुखी को खुश कर के किसी भी समस्या का समाधान निकला जा सकता है।

मातंगी– देवी मातंगी घर-गृहस्थी से जुड़ी हर दिक्कत का उपाय बताती हैं।

कमला देवी– ये धन और सुंदरता की देवी हैं। इनकी साधना से सभी प्रकार के भौतिक सुखों की प्राप्ति होती है।

 -ज्योतिषाचार्य पंडित श्रीपति त्रिपाठी