कानपुर। Happy Birthday Nawazuddin Siddiqui: 1999 में आमिर खान के लीड रोल वाली फिल्म सरफरोश से अपना डेब्यु करने वाले नवाज़ुद्दीन सिद्दीकी का आज 45 वां बर्थडे है । हांलाकि इस बार उनका ये जन्मदिन उतना खुशगवार नहीं रहा। कुछ दिन पहले उनकी बहन की डेथ हो गई और इसके चलते उनकी मां को जो सदमा पहुंचा उसमें सहारा देने के लिए वे अपने गृहनगर उत्तर प्रदेश के बुढाणा में हैं। ये जानकारी नवाज ने खुद ट्वीट करके सबके साथ शेयर की है।

संजीदा फिल्मों से बनी पहचान

'ब्लैक फ्राइडे' (2004), 'न्यू यॉर्क' (2009), 'पीपली लाइव' (2009), कहानी (2010), 'मांझी: द माउंटेन मैन' (2015), 'मंटो' (2018), और 'ठाकरे' (2019) जैसी फिल्मों में काम कर चुके नवाज की वेब सीरीज 'सेक्रेड गेम्स' (2018) भी काफी कामयाब रही। इसके दो सीजन आ चुके हैं और उनको अपने किरदार गणेश गायतुंडे के लिए सभी से तारीफ मिली है। 1999 के बाद वे राम गोपाल वर्मा की फिल्म 'शूल' (1999), 'जंगल' (2000) और राजकुमार हिरानी की 'मुन्ना भाई एमबीबीएस' (2003) में भी नजर आए थे। कुल मिला कर नवाज को सक्सेज और पहचान उनके सीरियस रोल्स ने ही दी। 2012 में आई अनुराग कश्यप की फिल्म 'गैंग्स ऑफ वासेपुर' के दोनों पार्ट में फैजल के रोल ने तो उन पर संजीदा और इंटेस एक्टर की मोहर लगा दी थी। ये पहचान 2015 तक कायम रही जब तक सलमान खान के लीड रोल वाली फिल्म 'बजरंगी भाईजान' रिलीज नहीं हुई।

दिखा कॉमिक साइड

हांलाकि कॉमेडी तरफ नवाजुद्दीन का झुकाव सलमान के साथ ही आई 2014 की फिल्म 'किक' से दिखने लगा था, लेकिन 'बजरंगी भाईजान' में पत्रकार चांद नवाब के किरदार में उनकी सधी हुई कॉमिक टाइमिंग ने लोगों को बेहद इंप्रेस किया। इसके बाद वे कई फिल्मों में वे हल्के-फुल्के अंदाज में अपनी कॉमिक साइड और टाइमिंग की झलक दिखाते रहे। इसके बाद 2019 में रिलीज हुई फिल्म 'मोतीचूर चकनाचूर'। इस फिल्म में उनके अपोजिट आथिया शेट्टी ने काम किया था। ये फिल्म बेशक सुपर हिट नहीं थी पर ये साबित करने में कामयाब रही कि नवाज एक कंप्लीट एक्टर हैं। वे जितने शानदार दशरथ मांझी के इंटैस रोल, या 'गैंग्स ऑफ वॉसेपुर' के गैं

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