देश की निशानेबाज

भारतीय महिला निशानेबाज हिना सिद्धू ने म्यूनिख (जर्मनी) में जारी आइएसएसएफ विश्व शूटिंग चैंपियनशिप की पिस्टल स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीतकर नया इतिहास रच दिया है. इस सबसे बड़ी निशानेबाजी चैंपियनशिप की पिस्टल इवेंट में यह भारत का पहला गोल्ड है.

नंबर 1 को हराया

हिना ने दो बार की ओलंपिक चैंपियन चीन की गुओ वेंजुन, विश्व चैंपियन सर्बिया की अरुनोविक जोराना और ओलंपिक में तमाम पदक जीत चुकीं यूक्रेन की ओलेना कोस्टेविच को हराकर यह कामयाबी हासिल की है. विश्व शूटिंग चैंपियनशिप में इससे पहले भारतीय निशानेबाजी इतिहास में सिर्फ अंजली भागवत (2002) और गगन नारंग (2008) ने स्मॉल बोर रायफल शूटिंग में गोल्ड जीते थे, लेकिन पिस्टल इवेंट में अब तक यह कारनामा कोई दर्ज नहीं कर सका था.

पांच साल बाद बुझी प्यास

इसके अलावा पांच साल के सूखे के बाद इस चैंपियनशिप में भारत को कोई स्वर्ण पदक नसीब हुआ है. यह विश्व स्तरीय टूर्नामेंट साल में एक बार होता है और इसमें सिर्फ दुनिया को टॉप-10 निशानेबाज ही भाग ले सकते हैं. हिना चैंपियनशिप के फाइनल्स के शुरुआती कुछ हिस्सों में तो कमजोर नजर आईं लेकिन अंतिम क्षणों में उन्होंने लगातार 15 बुल्स आइ हासिल करते हुए प्रतियोगिता में 5.2 अंकों की बढ़त हासिल की.

Attack नहीं रोका

हिना की खास बात यह रही कि बड़ी बढ़त हासिल करने के बावजूद उसके इरादे थमे नहीं और वह लगातार अच्छा प्रदर्शन करते हुए अपनी बढ़त और बढ़ाती चली गईं. हिना ने हाल ही में राष्ट्रमंडल खेलों के स्वर्ण पदक विजेता रौनक पंडित से शादी की थी और फिर वह पटियाला से मुंबई रहने आ गई थीं.

पति और कोच

जर्मनी में भी उनके पति व कोच रौनक उनके साथ मौजूद थे. इसी साल अप्रैल-मई में कोरिया व जर्मनी में हुए विश्व कप के जरिए उन्होंने फाइनल्स में अपनी जगह पक्की की थी. इससे पहले विश्व रैंकिंग में हिना को नौंवा स्थान हासिल था, जिसके अब सुधरने के आसार हैं.