डॉगी चाहे जिस ब्रीड का हो उसके हाई टेम्प्रेचर से प्रॉब्लम हो सकती है. वेटेरिनेरियन डॉ. एससी अनेजा की मानें तो गर्मियों में डॉग्स
में इंफेक्शन होने का खतरा बढ़ जाता है. इसलिए इस सीजन में उसके हाइजीन और इससे रिलेटेड और भी कई चीजों का ध्यान रखना चाहिए. हां, अगर आपके घर डॉबरमैन, बुल डॉग, जर्मन शेफर्ड, लेब्राडोर जैसे डॉग्स हैं तो इन्हें समर सीजन में और भी ज्यादा केयर की जरूरत होगी. हमने बात की एक्सपट्र्स से और जाना कि समर सीजन को लेकर ज्यादा सेंसिटिव रहने वाले इन ब्रीड्स के डॉग्स की केयर कैसे करें.
Bull Dog
इसका हार्ट थोड़ा वीक होता है. इसलिए इसे ज्यादा थकाएंनहीं. इसकी नस्ल कैविटीज बहुत छोटी होती है इसलिए इसे खुद को कूल करने में भी प्रॉब्लम होती है. इन्हें ओवरवेट होने की प्रॉब्लम बनी रहती है इसलिए इन्हें अर्ली मॉर्निंग वॉक के लिए जरूर ले जाएं. नहलाने से बचें लेकिन इसे रेग्युलर्ली ड्राई वॉश करते रहें.
Great Pyrenees
इन्हें गर्मियों में स्किन प्रॉब्लम्स होने के चांसेज ज्यादा रहते हैं. इनकी रेग्युलर ब्रशिंग करना जरूरी है. इन्हें रोज न नहलाएं वरना इंफेक्शन के चांसेज बढ़ जाते हैं. लेकिन इनका ड्राइ वॉश रेग्युलर्ली करते रहें. अगर नहलाएं भ तो तीन-चार टॉवल्स से इन्हें पोछें.
Labrador
गर्मियों में इंफेक्शन से बचाने के लिए इन्हें ब्वॉयल्ड वॉटर ठंडा करके पीने को दें. ये बहुत जल्दी थक जाते हैं. इसलिए इन्हें गर्मियों में ज्यादा दौड़ाएं नहीं. ये घर के अंदर कम स्पेस में भी ईजिली रह लेते हैं तो इनके साथ घर में ही थोड़ी दौड़-धूप की जा सकती है जिससे इनकी एक्सरसाइज हो जाए.
German Shepherd
गर्मियों में इसके फीमर और पेल्विक के बीच का ज्वॉइंट निकलने का डेंजर ज्यादा होता है. इसलिए इसे स्लिपरी प्लेसेस से दूर रखें. साथ ही हीट स्ट्रोक से भ इसे प्रोटेक्ट करना जरूरी होता है. जर्मन शेफर्ड बाल बड़े होते हैं. उनका कोट मौसम बदलने के साथ चेंज होता है. अगर आपके डॉगी के बॉडी पर डेड हेयर ज्यादा अमाउंट में मिलने शुरू हो जाएं तो समझिए उनका कोट चेंज हो रहा है. उनके हेयर ब्रश में साफ करते रहिए.
Doberman Pinscher
डॉबरमैन बहुत जल्दी थक जाता है. इसलिए गर्मियों में इससे ज्यादा फिजिकल एक्टिविटीज ना करवाएं. अगर आप इसे नहलाना चाहते हों तो गर्मियों में डेली या फिर दो-तीन दिन के गैप पर भ नहलाना सही नहीं रहेगा. इससे इनमें इंफेक्शन हो सकता है. अगर नहलाना हो तो कम से कम 20 दिन के गैप के बाद नहलाएं. इसकी रेग्युलर ड्राई वॉशिंग करते रहें, यह उसे साफ-सुथरा रखने का बेस्ट तरीका है.
ऐसे रखें ख्याल...
गर्मियों में डॉग्स में टिक्स (कीड़े) हो जाते हैं. जिससे इन्फेक्शन फैलने का खतरा रहता है. हीट स्ट्रोक्स की भी प्रॉब्लम होती है.
डॉग्स का बॉडी टेम्प्रेचर 99 से 102 फारेनहाइट यानी 37 से 38 डिग्री सेल्सियस के बीच होता है, अगर इससे ज्यादा ट्रेम्प्रेचर में आपका डॉगी गया तो उसे हीट स्ट्रोक या दूसरी हेल्थ प्रॉब्लम हो सकती है.- टिक्स न हों इसके लिए पाउडर लगाएं. उसे डॉग्स की बॉडी पर डालें प्रॉब्लम नहीं होगी.
- हीट स्ट्रोक से बचाने के लिए डॉग्स को धूप में न निकालें.
- उसके पीने के पानी को लगातार बदलते रहें.
- ज्यादा गर्मी पडऩे पर डॉग्स को कूलर व एसी के सामने रखें.
- उसकी बॉडी पर गीली टॉवेल भी डाल सकते हैं.
डॉ. एमके दीक्षित,
वेटेरिनेरियन
Symptoms
सैलिवेशन ज्यादा हो, गम्स के कलर चेंज होने लगे, वॉमेटिंग या डायरिया शुरू हो जाए तो समझिए आपके डॉग को लू लग गई है. तुरंत उसे वेटेरिनेरियन के पास ले जाएं.