फ्रांस में अब तक के सबसे बड़े प्रोटैस्ट के लिए लाखों लोगों ने आतंकवाद के अगेंस्ट मार्च किया. टेरेरिस्ट अटैक के तीन दिनों में अटैक्स के शिकार बने लोगों की याद में लाखों लोगों का सैलाब रैली की शक्ल में पेरिस की सड़कों पर नजर आया.इस रैली को कई ग्लोबल लीडर्स लीड कर रहे थे. अटैक्स का ये वेडनेस डे को शार्ली हेब्दो नामक की मैग्जीन के ऑफिस में मैग्जीन के एडिटर, काटूर्निस्ट और रिर्पोटिंग स्टाफ पर अटैक्स के साथ स्टार्ट हुआ था इसमें कुल 17 लोग मारे गए थे.

प्रोटेस्ट के इक्ठ्ठे हुए लोगों ने हाथ में बैनर्स लिए हुए थे जिन पर लिखा था कि "मैं फ्रांसिसी हूं और मैं डरता नहीं". कुछ बैनर्स पर मारे गए कार्टूनिस्टस के फेवर में स्लोगन लिखें थे कि "मजाक करो वॉर नहीं, और स्याही बहे, खून नहीं". फ्रांस की होम मिनिस्टरी ने कहा कि कंट्री में लगभग 40 लाख लोग सड़कों पर उतरे. ये भी रिर्पोटस हैं कि सिर्फ पेरिस में ही लोगों की रैली में शामिल लोगों का नंबर करीब 16 लाख तक था. इस जुलूस में अपनी कंसर्न और यूनिटी शो करने के लिए प्रेसिडेंट फ्रांस्वा ओलांद ग्लोबल लीडर्स के साथ हाथों में हाथ थामे नजर आए. इन लीडर्स में इस्राइली प्राइम मिनिस्टर, फिलिस्तीनी प्रेसिडेंट रूस और यूक्रेन के टॉप लीडर्स और इस्राइली प्राइम मिनिस्टर बेंजामिन नेतन्याहू उनके साथ थे.

इस मौके पर जब लोग अपना कंसर्न शो करने के लिए यूनाइट हुए तो सिटी ऑफ ज्वॉंय और लाइफ कही जाने वाली पेरिस की सड़कों पर वे अपने इमोशंस को कंट्रोल नहीं कर सके और आंसुओं में उनके दिल का दर्द बह निकला. इन लोगों में ऐसी लेडीज भी थीं जिन्होंने कुछ मुस्लिम्स से शादी की है और वो अपने बच्चों को कंविंस करने लायी थीं कि मजहब से डरने की कोई बात नहीं है.

ये रैली पेरिस के अलावा फ्रांस की दूसरी सिटीज के साथ बर्लिन, ब्रसेल्स, इस्तांमबुल और मेड्रिड जैसे अमेरिकी और कनेडियाई सिटीज में भी प्रोटेस्ट हुए. अटैक्स में मारे गए लोगों के फेमिली मेंबर्स ग्लोबल लीडर्स के साथ रैली में सबसे आगे थे. इस मौके पर रैली में फ्रांसीसी प्रेसिडेंट फ्रांस्वा ओलांद ने कहा आज, पेरिस वर्ल्ड कैपिटल है और उनका पूरा देश कुछ बेहतर करने के लिए युनाइट हुआ है. लंदन, मैड्रिड, न्यूयॉर्क, काहिरा, सिडनी, स्टॉकहोम, टोक्यो और वर्ल्ड में कई और प्लेससेज में भी रैलियां हुईं.

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