कोरोना वायरस के मरीजों लगे नर्सेज और पैरामेडिकल स्टाफ का रोल भी डॉक्टर जितना ही महत्वूर्ण होता है। एक लापरवाही उनकी और उनके परिवार की जान को दांव पर लगा सकती है। इसलिए उनको इस लड़ाई में एक सैनिक की तरह मुस्तैद रहना है। सबसे अहम उन्हें खुद को बचाकर रखना है।

मास्क बदलें, कपड़े धुल कर पहनें

नर्सेज और पैरामेडिकल स्टाफ खुद को पूरी तरह सेनेटाइज रखें

वह मरीज के नजदीक जा रहे हैं तो सुरक्षा मानकों का ध्यान जरूर दें

आइसोलेशन वार्ड से बाहर आने के बाद ही मास्क और ग्लब्ज उतारें

मरीजों के वार्ड में कोई अनावश्यक गतिविधि न करें

हॉस्पिटल से घर पहुंचने पर कोशिश करें कि कपड़े आप खुद धुलें या वाशिंग मशीन में डालें

स्नान करने के बाद ही परिवार के किसी सदस्य को टॅच करें

घर में करें सेनेटाइजेशन

रूई में सेनेटाइजर लगाकर रिमोट, मोबाइल, हैंडिल, कम्प्यूटर की बोर्ड, माउस आदि को दो से तीन बार पोछें

अपने हाथ बार-बार साबुन से अच्छी तरह बीस सेकंड तक धोएं

पानी नही है तो सेनेटाइजर का उपयोग करें

वाशिंग मशीन और टीवी की उन की को जो परिवार के दूसरे सदस्य भी टॅच करते हैं को भी सेनेटाइज करें

मोबाइल फोन इस समय सिंगल हैंड यूज रखें, इसे भी कम से कम एक बार सेनेटाइज करें

संकट की घड़ी है। इस समय डॉक्टर, नर्सेज और बाकी स्टाफ को सावधान रहना होगा। पूरी हिम्मत और सुरक्षा के साथ लड़े तो यह जीत अवश्य होगी।

डॉ। सुरेश द्विवेदी

डायरेक्टर, तमन्ना पैरामेडिकल नर्सिंग इंस्टीटयूट