करीना ने बात की अपनी इस पूरी जर्नी के बार में...

आप हमेशा जर्नलिस्ट्स के बीच रहती हैं, उन्हीं के बीच सांस लेती हैं. क्या इसके चलते आपको अपनी रीसेंट मूवी (सत्याग्रह) में जर्नलिस्ट का रोल प्ले करने में हेल्प मिली?

मुझे पता है कि यह एक सीरियस जॉब है और जर्नलिस्ट्स के ऊपर काफी रिस्पांसिबिलिटी होती है. एक रिपोर्टर का रोल प्ले करने के बाद मुझे यह जॉब अच्छी तरह समझ आने लगी है. मुझे खुशी है कि ऑडियंस ऐसी मूवीज को एक्सेप्ट कर रही है.

Kareena in Satyagraha

आपने भोपाल (मध्य प्रदेश) में भी काफी वक्त बिताया है. क्या वहां से जुड़ी कुछ खास यादें हैं?

बहुत सी हैं. भोपाल हमारी फैमिली (सैफ अली खान की फैमिली सिटी ऑफ लेक्स में रहती है) के लिए हमेशा से ही एक स्पेशल जगह रही है और यह इंडिया की सबसे खूबसूरत सिटीज में से एक है. लोग अफ्रीकन सनसेट की बात करते हैं पर भोपाल में रहने के बाद मैं यहां के सनसेट के बारे में घंटों तक बात कर सकती हूं. मुझे वहां अपने रिलेटिव्स से मिलने का मौका मिला और मैंने एक फैमिली वेडिंग भी अटेंड की.

क्या प्रकाश झा की मूवी करने को लेकर आपके माइंड में कोई डाउट था?

उनकी मूवीज में हमेशा कोई मैसेज होता है और मैं ऐसी ही मूवी करना चाहती थी.

शादी के बाद इतनी कम मूवीज क्यों?

शादी के बाद भी लाइफ ज्यादा चेंज नहीं हुई है. मैं पिछले एक डेकेड से भी ज्यादा वक्त से काम कर रही हूं और ऐसा नहीं है कि यही मेरे लिए सबसे इम्पॉर्टेंट चीज है. मैं चूहों की दौड़ का हिस्सा नहीं हूं. 16 अक्टूबर को मेरी शादी हुई थी और मैंने इसके चार दिन बाद शूटिंग भी शुरू कर दी थी.

Kareena in Refugee

फिर से भुज आकर कैसा लगा?

मेरी लाइफ ने एक पूरा सर्किल कम्प्लीट कर लिया है. मैंने अपनी लाइफ का पहला शॉट यहीं दिया था. मेरे लिए यह सबसे इम्पॉर्टेंट और स्पेशल जगह रहेगी.

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