अप्रैल, मई, जून की रोकी गई ईएमआई पर बैंक लेगा इंट्रेस्ट

विशेषज्ञों के अनुसार, जरूरी हो तभी करें ईएमआई एक्सटेंड

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आरबीआई ने ऑफर भले ही कर दिया हो लेकिन स्मार्ट डिसीजन आपको ही लेना है। बेहतर तो यही होगा कि आप अपने किसी भी लोन की किश्त का रेग्युलर भुगतान करते रहें। ईएमआई एक्सटेंड कराने पर आपको इस पीरिएड का एक्स्ट्रा ब्याज भरना पड़ेगा।

बहुत जरूरी हो तभी मोहलत लें

मार्केट एक्सपर्ट और सीए का कहना है कि ईएमआई भुगतान करने की स्थिति है तो पे करना ही बेहतर है

तीन महीने ईएमआई स्टॉप कराने के लिए आपको बैंक में जाकर रिक्वेस्ट करना होगा

ईएमआई एक्सटेंड कराने पर बोझ कस्टमर्स पर ही बढ़ेगा। यह केवल मोहलत है, छूट नहीं, ब्याज जुड़ता रहेगा।

ईएमआई में मोहलत ऑप्शनल है

ईएमआई भरना है या फिर नहीं, आरबीआई द्वारा दी गई यह सुविधा ऑप्शनल है।

आरबीआई ने बैंकों को आदेश नहीं, सिर्फ सलाह दी है।

आरबीआई के सर्कुलर में स्पष्ट कहा गया है कि जो कस्टमर ईएमआई नहीं जमा करना चाहते हैं। उन्हें तीन महीने का विस्तार दिया जाए।

बैंक को देनी होगी जानकारी

70 परसेंट लोगों की ईएमआई बैंक एकाउंट से अपने आप कटती है

ऐसा कोई कस्टमर तीन महीने की छूट चाहता है तो उसे बैंक को इंफॉर्म करना होगा

ऑनलाइन कर सकते हैं आवेदन

ईएमआई रोकने के लिए आपको बैंक में आवेदन करना होगा।

इसके लिए आपको बैंक जाने की जरूरत नहीं।

ऑनलाइन व ई-मेल से कर सकते हैं आवेदन

एलआईसी हाउसिंग फाइनेंस की वेबसाइट पर यह सुविधा शुरू हो गई है।

नाम, एकाउंट नंबर लिखने के बाद कितने महीने की ईएमआई रुकवाना चाहते हैं, इस बारे में लिखकर स्कैन कॉपी अपलोड करना होगा।

आपकी आमदनी लॉकडाउन में प्रभावित नहीं हुई है तो आपको ईएमआई टालने के आप्शन पर नहीं जाना चाहिये। वित्तीय कठिनाई में हैं और तीन महीने बाद कठिनाई दूर होने की संभावना है तभी इस विकल्प को चुनें।

दिव्या चंद्रा

सीए

जिन तीन महीनों की ईएमआई टलेगी, उसे बाद में वसूला जाएगा। ज्यादातर बैंकों में उस दौरान का ब्याज बकाया लोन के मूल में जुड़ जाएगा। आगे चलकर ब्याज की राशि पहले के मुकाबले ज्यादा होगी। जिसे चुकाने के लिए लोन की अवधि बढ़ जायेगी।

गौरव अग्रवाल

सीए

ऑटोकट का ऑप्शन कस्टमर ने ले रखा है तो ईएमआई अपने आप कट जाएगी। ऐसी स्थिति में कस्टमर या तो बैलेंस निकाल लें या फिर ईएमआई डेट से पहले बैंक में आवेदन कर दें। तभी ईएमआई रुकेगी। ईएमआई पर पेनाल्टी इंट्रेस्ट लगता रहेगा।

जसविंदर सिंह

डिप्टी ब्रांच मैनेजर, यूनियन बैंक