- मेडिकल कॉलेज में मरीजों की लगी जबरदस्त भीड़

- एलर्जी, आंख, नाक, कान और पेट की बढ़ रहीं कई बीमारियां

- सीएमएस ने सभी डिपार्टमेंट को दिए जरूरी निर्देश

Meerut: बरसात के बाद गर्मी और उमस लोगों में बीमारियां पैदा कर रही है। मेडिकल कॉलेज और क्लीनिक पर मरीजों की लंबी लाइन लग रही है। मेडिकल कॉलेज में मरीजों की संख्या डेली दो हजार से ऊपर पहुंच गई है, जो आने वाले समय में और भी बढ़ने की उम्मीद जताई जा रही है। मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने भी बीमारियों के प्रति अवेयरनेस शुरू कर दी है।

उमस से सेहत खराब

हाल में हुई बरसात के बाद जबरदस्त गर्मी से हुई उमस ने लोगों की सेहत बिगाड़ कर रख दी है। लोगों में इस बरसात के बाद गर्मी व उमस से एलर्जी, खाज-खुजली जैसी स्किन की बीमारियां हो रही हैं। यही नहीं पेट की बीमारियां और आंखें लाल होना व नाक, कान व गले की बीमारियां अधिक हो रहीं है। ईएनटी की ओपीडी में एक दिन में 200 से अधिक मरीज पहुंच रहे हैं। जबकि यही स्थिति आई डिपार्टमेंट की है। मेडिसिन डिपार्टमेंट में भी मरीजों की कतार लगी रहती है।

बरसात में बरतें सावधानियां

बरसात के बाद अधिकतर एलर्जी अधिक होती है। इसके साथ ही पेट में डाइजेस्टिव सिस्टम भी बिगड़ जाता है। आंखें लाल हो जाती हैं और इसके साथ ही आंख, नाक व कानों की बीमारियां भी पैदा हो जाती हैं। डॉक्टर्स का कहना है कि इस दौरान लोगों को सावधानियां बरतनी चाहिए। बरसात के बाद गर्मी से होने वाली उमस से दिक्कतें बढ़ जाती हैं। इसलिए सावधानियां जरूरी हैं। मेडिकल कॉलेज में साफ पानी और साफ-सफाई के लिए निर्देश दिए गए हैं। ताकि मरीज और स्टाफ को बीमारियों से बचाया जा सके।

मेडिकल में दिए गए निर्देश

बरसात के मौसम में गर्मी और उमस के कारण होने वाली बीमारियों से बचने के लिए मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने भी मरीजों को दवाई देने के साथ अवेयर करना शुरू कर दिया है। जहां इस मौसम में मच्छर व मक्खियों से जनित रोग अधिक होते हैं। गंदगी से पेट व वायरल डिजीज अधिक होती हैं। इन सब बीमारियों से बचने के लिए मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने सभी वार्ड और सिस्टर व मेट्रेन को निर्देश जारी किए हैं कि साफ-सफाई की व्यवस्था दुरुस्त की जाए।

मरीजों को भी कर रहे अवेयर

मेडिकल कॉलेज में आने वाले मरीजों को डॉक्टर दवाई देने के साथ साफ सफाई रखने के लिए कह रहे हैं। ताकि बरसात के मौसम में होने वाली बीमारियों से बचाव हो सके। सीएमसएस डॉ। सुभाष का कहना है कि उन्होंने सभी ओपीडी और डिपार्टमेंट व वार्ड में नोटिस भिजवा दिए हैं। मरीजों को इस मौसम में कैसे बीमारियों से बचा जाए इसके लिए जानकारी भी देने के लिए कहा है।

इनका कहना है

अस्पताल में सभी सिस्टर, मेट्रेन और कर्मचारियों को निर्देश दिए गए हैं। साथ ही डॉक्टर्स से भी मरीजों को इस मौसम में अवेयर करने के लिए कहा गया है। इस मौसम में वायरल जैसी डिजीज अधिक होती हैं तो मरीजों को साफ सफाई के लिए शिक्षित करने को कहा गया है। अस्पताल में साफ सफाई रखने के पूरे निर्देश दे दिए गए हैं।

- डॉ। सुभाष सिंह, सीएमएस, एलएलआरएम मेडिकल कॉलेज मेरठ

बरसात के बाद गर्मी और उमस से कई तरह की बीमारियां होनी शुरू हो जाती हैं। हमारे यहां रोज 150 से अधिक मरीज आ रहे हैं। इस मौसम में नाक, कान व गले में दिक्कतें और स्किन एलर्जी अधिक हो जाती हैं। आंखें लाल होने की दिक्कतें भी बढ़ जाती है। साफ सफाई और बचाव जरूरी है।

- डॉ। रजनीश भारद्वाज, होम्योपैथ

मेडिकल में मरीजों संख्या

जनवरी : 44,870

फरवरी : 54,853

मार्च : 57,704

अप्रैल : 59,067

मई : 65,024

खानपान का रखें ध्यान

-शुद्ध पानी का ही सेवन करें।

-बासी खाना बिल्कुल न खाएं।

-बाजार का खाना नुकसान करेगा।

-गोलगप्पे, गन्ने के जूस से दूर रहें।

-हमेशा ताजे फलों का सेवन करें।