पारदर्शिता लाने की कोशिश

देश में इधर कुछ सालों से सरकारी नौकरियों में धांधली के मामले काफी तेजी से सामने आ रहे है। भ्रष्टाचार और रिश्वत के बल पर रसूखदार लोगों का इन नौकिरयों पर बोलबाला है। ऐसे में अब इस दिशा में भारतीय रेलवे एक ठोस कदम उठाने जा रहा है। सूत्रों की मानें तो भारतीय रेलवे डिजिटलीकरण की दिशा में बढ़ते हुए अब चयन प्रक्रिया में पारदर्शिता लाने की कोशिश में हैं। इसके लिए रेलवे ने देश की प्रमुख आईटी कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेस(टीसीएस) से संपर्क किया। ऐसे में रेलवे की के इस कदम को टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेस ने भी सराहनीय बताया। जिससे अब रेलवे टीसीएस के साथ मिलकर एक पायलट प्रोजेक्ट तैयार कर रहा है। जिससे इसके जरिए अब साल के अंत तक ऑनलाइन रिक्रूटमेंट शुरू होने की उम्मीद है।

पात्रों को नौकरी मिलेगी

सूत्रों की मानें तो परीक्षा के प्रश्न पत्र एवं उसके वितरण तक की पूरी तैयारी जमीनी स्तर पर हो रही है। इसके साथ ही टीसीएस रेलवे परीक्षा आयोजित कराने वाले कॉलेजों को हर सुविधा मुहैया कराएगी। इतना ही नहीं वहां पर भी सुरक्षा के कड़े इंतजाम करेगी। जिससे अब साफ है कि अब जल्द ही रेलवे की चयन प्रक्रिया पारदर्शी और भ्रष्टाचार मुक्त होगी। रेलवे का मानना है कि इससे पात्रों को नौकरी मिलेगी। सूत्रों की मानें तो इस टेक्नोलॉजी इनिशिएटिव्स के लिए इस साल के रेल बजट में 5000 करोड़ रुपए भी दिए गए है। सबसे खास बात तो यह है कि भारतीय रेलवे की इस खास पहल से देश की प्रमुख आईटी कंपिनयों में गिनी जोन वाली टीसीएस का ग्राफ और ऊपर बढ जाएगा। टीसीएस पहली आईटी कंपनी है जो किसी सरकार विभाग की चयन परीक्षा में शामिल हो रही है।

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