कोटा, (एएनआई)। रविवार को कोटा के जेके लोन सरकारी अस्पताल में शिशुओं की मौत का आंकड़ा 110 तक पहुंच गया है। शनिवार को ये संख्या 107 बताई गई थी। इससे पहले शनिवार को विशेषज्ञों की एक केंद्रीय टीम ने घटना का जायजा लेने के लिए अस्पताल का दौरा किया। डॉक्टरों की तीन सदस्यीय राज्य सरकार की समिति, जिसे 23 और 24 दिसंबर को इस मामले की जांच के लिए भेजा गया था, ने पाया कि अस्पताल में बेड की कमी है और इसमें सुधार की आवश्यकता है। हालांकि, समिति ने हाल ही में वहां भर्ती शिशुओं की मौत पर किसी भी चूक के लिए डॉक्टरों को क्लीन चिट दे दी है।

राजस्थान : कोटा में अब तक 107 बच्चों की गई जान, बूंदी के भी एक हाॅस्पिटल में 10 की माैत

जल्दी निकालें हल

इस बीच, राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (NHRC) ने राजस्थान के मुख्य सचिव को अस्पताल में बच्चों की मौतों के मुद्दे का हल निकालने के लिए उठाए गए कदमों के बारे में चार सप्ताह के भीतर एक विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत करने का नोटिस जारी किया है। आयोग ने मुख्य सचिव से यह भी सुनिश्चित करने के लिए कहा कि अस्पतालों में बुनियादी सुविधाओं और स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी के कारण बच्चों की इस तरह की मौत भविष्य में न हो।

कोटा में 103 बच्चों की माैत : आज केंद्र सरकार के एक्सपर्ट की एक टीम जाएगी दाैरे पर, करेगी जांच

साल के अंत में आया मामला सामने

राजस्थान के कोटा में जेके लोन अस्पताल में बीते 1 महीने में करीब 103 बच्चों की मौत का मामला पिछले साल के अंत में चर्चा आया था। इस दौरान सौ से अधिक बच्चों की मौत को लेकर राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार चाैतरफा घिर गई थी। दूरदर्शन ने एक ट्वीट करके बताया था कि नवजात शिशुओं की मौत मामले में केंद्र सरकार के विशेषज्ञों का एक उच्च स्तरीय दल राजस्थान भेता जाएगा। वहीं केंद्रीय मंत्री डाॅक्टर हर्षवर्धन ने राजस्थान सरकार को हर संभव मदद का दिया भरोसा दिया।

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