स्मार्टफोन में सॉफ्टवेयर की मदद से होती है जासूसी

ये जासूस एक सॉफ्टवेयर है। जिसका बेधड़क इस्तेमाल किया जा रहा है। ऐसे सॉफ्टवेयर के जरिए किसी की जासूसी गैरकानूनी है। इन सबसे बेपरवाह होकर लोग इसके जरिए दूसरों की निगरानी कर रहे हैं। इस सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल पति-पत्नी के बिगड़ते रिश्तों, बेटे-बेटी पर निगरानी और कारोबारी जासूसी में खुलकर हो रहा है। अपने साथ हो रहे धोखे की हकीकत जानने के लिए आपको किसी भी तरीके से इस जासूस सॉफ्टवेयर को अपने साथी या जिस शख्स पर नजर रखनी है। उसके मोबाइल में डाउनलोड करना होगा। उसके बाद उसकी हर गतिविधि आपको मालूम चलती रहेगी।

कॉल से लेकर व्हाटसएप तक कर लेता है हैक

दिल्ली के पीतमपुरा में साइबर एक्सपर्ट धीरज गुप्ता ने इस जासूस सॉफ्टवेयर का डेमो देकर बताया। कैसे ये सॉफ्टवेयर लोगों की जासूसी करता है। दो लोगों की आपस की बातचीत इस सॉफ्टवेयर के जरिए रिकॉर्ड किया जा सकता है। सिर्फ कॉल ही नहीं दो लोगों के बीच व्हाट्सऐप पर भेजी गई तस्वीर भी तीसरे शख्स के कंप्यूटर पर पहुंच जाती है। ये फोन हर वक्त आपकी आवाज भी सुन सकता है। भले ही आप इसका इस्तेमाल कर रहे हों या नहीं। फोन आपके हाथ में भी नहीं है, इस दौरान भी आप किसी से बात करते हैं तो ये बातचीत भी ये जासूस बाहर पहुंचा सकता है।

सेल्फी से लेकर फोटो तक करता है जासूसी

ये जासूस सॉफ्टवेयर मोबाइल के कैमरे को अपने कब्जे में कर लेता है। आप अपनी सेल्फी ले रहे हैं या किसी दूसरे की तस्वीर खींच रहे हैं। ये जासूस हर तस्वीर अपने आका तक भेजता रहता है। इससे भी ज्यादा चौंकाने वाली बात ये कि कैमरा ऑफ रहने पर भी कंप्यूटर के जरिए इस सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल करने वाला शख्स दूर बैठे-बैठे मोबाइल के फ्रंट और बैक दोनों कैमरों के जरिए अपने शिकार की पूरी निगरानी कर सकता है। ये सब हो रहा है सिर्फ 12 से 18 हजार रुपए में। मोबाइल में छिपे बैठे इस जासूसी सॉफ्टवेयर की कीमत सिर्फ 12 से 18 हजार रुपए है

ऐसा करना है कानूनी अपराध हो सकती है सजा

इस सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल करने के लिए आपको इसे उस शख्स के मोबाइल में डाउनलोड करना है। जिसकी जासूसी आप करना चाहते हैं। डाउनलोड होने के बाद फोन मालिक को पता तक नहीं चलेगा कि उसके मोबाइल में कोई जासूस सॉफ्टवेयर मौजूद है। साइबर एक्सपर्ट धीरज गुप्ता का दावा है कि कई ग्राहक उनके पास इस सॉफ्टवेयर के लिए आते रहते हैं। कई बड़ी कंपनियों के अफसर भी कॉर्पोरेट जासूसी के लिए इस सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल कर रहे हैं। सॉफ्टवेयर के जरिए किसी की जासूसी करना गैरकानूनी है। ऐसा करने वाले के खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी हो सकती है। साथ ही साथ डर इस बात का भी है कि असामाजिक तत्व इस सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल गलत मकसद के लिए भी कर सकते हैं।