जेल में बने दोस्त ने आईवीआरआई में नौकरी लगवाने के नाम पर की ठगी

नकदी व बाइक लेकर हो गया फरार

BAREILLY: कहते हैं कि चोर चोरी से जाए पर हेरा-फेरी से ना जाएट्यूजडे को सामने आए एक ठगी के मामले में ये बात बिल्कुल फिट बैठती है। एक शख्स की जेल में दूसरे कैदी से दोस्ती हो गई है। जेल से निकलने के बाद दोस्त ने उसे आईवीआरआई में सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी दिलवाने का झांसा दिया और उससे चार हजार रुपए व बाइक लेकर फरार हो गया। हालांकि रिश्तेदारों ने उसे क्योलडि़या इलाके में पकड़ लिया। उसे कोतवाली में बंद किया गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

कुछ दिन पहले बाहर आए

दिनेश, फरीदपुर में रहता है। उसने बताया कि दो महीने पहले वह 307 के मामले में जेल गया था। वह 28 मई को ही जेल से छूटकर बाहर आया है। जेल में इज्जनगर का रहने वाला महेंद्र भी बंद था। महेंद्र 3फ्/ख्भ् के मामले में जेल में बंद था। इस दौरान दिनेश की महेंद्र से दोस्ती हो गई। कुछ दिनों बाद दोनों जमानत पर जेल से बाहर निकल आए।

ब् हजार और बाइक लेकर फरार

दिनेश ने बताया कि महेंद्र ने उसे आईवीआरआई में सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी दिलवाने का झांसा दिया। उसने शहजादे नाम के शख्स के जरिए जॉब लगवाने की बात कही। मंडे को दोपहर ख् बजे महेंद्र उसके घर पहुंचा और कहा कि शहजादे को रुपए देने हैं। यही नहीं मेडिकल कराने के नाम पर भी दो हजार रुपए लिए। साथ ही उसने कहा कि नौकरी लगने के बाद ख्0 हजार रुपए देने होंगे। इसके अलावा महेंद्र उसकी बाइक भी शहजादे के पास जाने के बहाने से ले गया। काफी देर बाद जब वह वापस नहीं आया तो उन्होंने पुलिस को इसकी सूचना दी।

क्योलडि़या में बाइक सहित पकड़ा

पुलिस में सूचना देने के साथ-साथ दिनेश ने रिश्तेदारों के जरिए भी उसकी तलाश की। इसी दौरान क्योलडि़या में महेंद्र बाइक से घूमते हुए मिल गया। वहां पर एक रिश्तेदार ने उसे पकड़ लिया और पिटाई कर क्योलडि़या पुलिस के हवाले कर दिया। पता चला कि वह कोतवाली पुलिस का वारंटी भी है। क्योलडि़या पुलिस की सूचना पर कोतवाली उसे पकड़कर अपने साथ ले आयी। पुलिस ने उसके पास से बाइक भी बरामद कर ली। अब पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है।