एयरपोर्ट पर मेमोरेबल वेलकम

- एक महीने तक एमएमएमयूटी के कई डिपार्टमेंट्स में के स्टडी पैर्टन को को समझेंगे

GORAKHPUR:

मदन मोहन मालवीय यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी एवं राइक्यूस यूनिवर्सिटी, ओकिनावा, जापान के बीच हुए समझौते के अंतर्गत संचालित अकादमिक आदान प्रदान कार्यक्त्रम के तहत चार जापानी स्टूडेंट्स का एक दल बुधवार को एमएमएमयूटी पहुंचा। एमएमएमयूटी की तरफ से इस समझौते के समन्वयक प्रो। गोविंद पांडेय ने बताया कि जापान से आये सभी स्टूडेंट्स राइक्यूस यूनिवर्सिटी में यूजी क्लासेज में पढ़ाई करते हैं और वे अपने यूनिवर्सिटी के प्रौद्योगिकी संकाय के अधिष्ठाता प्रो। तोमोहिसा वाडा के नेतृत्व में एमएमएमयूटी आए हैं। प्रो। तोमोहिसा वाडा राइक्यूस यूनिवर्सिटी की तरफ से इस समझौते के समन्वयक हैं। जापानी स्टूडेंट्स एक महीने तक एमएमएमयूटी में रहेंगे और इस दौरान इन्हें यूनिवर्सिटी के कंप्यूटर साइंस एवं इंजीनियरिंग विभाग के एक-एक टीचर के साथ सम्बद्ध किया जाएगा। जिसके निर्देशन में वे अपना शोध कार्य पूरा करेंगे। ज्ञात हो कि जापानी स्टूडेंट्स का यह दौरा राइक्यूस यूनिवर्सिटी जापान और एमएमएमयूटी के बीच एकेडमिक सहयोग के लिए 2017 में अक्टूबर 2022 के लिए एमओएमयू साइन हुए थे।

एक महीने का होगा इंटरर्नशिप

एमएमएमयूटी में आये हुए स्टूडेंट्स में से दो स्टूडेंट इमेज प्रोसेसिंग के क्षेत्र में कार्य करेगें, जबकि शेष दो स्टूडेंट क्त्रमश: न्यूरल नेटवर्क तथा वेब डिजाइन रिसर्च करेंगे। एक महीने की इंटर्नशिप अवधि पूरी होने पर ये स्टुडेंटस रिसर्च से सम्बंधित प्रगति आख्या एमएमएमयूटी और राइक्यूस यूनिवर्सिटी में जमा कर एमएमएमयूटी से वापस जाएंगे।

पहले भी गोरखपुर आ चुके हैं विदेशी स्टुडेंट्स

ये चौथी बार है जब इस समझौते के अंतर्गत जापानी स्टूडटें्स का दल एमएमएमयूटी आया है। इसके पूर्व, वर्ष 2018 में राइक्यूस यूनिवर्सिटी के दो स्टूडेंट काइतो अकीता और युसुके कोनो जबकि वर्ष 2017 में ताकुमी नागाहामा और शिको ओशिरो एमएमएमयूटी में प्रशिक्षण ले चुके हैं,

एयरपोर्ट पर मेमोरेबल वेलकम

गोरखपुर आगमन पर प्रो। तोमोहिसा वाडा सहित चारों स्टूडेंट्स का एयरपोर्ट पर वेलकम किया गया। यूनिवर्सिटी कैंपस में आने पर सबसे पहले इस दल ने एमएमएमयूटी के वीसी प्रो। श्री निवास सिंह से मुलाकात की। इसके बाद प्रो। तोमोहिसा वाडा ने यूनिवर्सिटी के कंप्यूटर साइंस एवं इंजीनियरिंग विभाग द्वारा आयोजित 'डेटा एनालिटिक्स एंड इन्टरनेट ऑफ थिंग्स' विषयक लघुकालिक प्रशिक्षण कार्यक्त्रम में 'डिजिटल कम्युनिकेशन' विषय पर आमंत्रित व्याख्यान दिया।