2 मार्च से ही हड़ताल पर थे सर्राफा व्यवसायी

उत्पाद शुल्क वापस लेने की कर रहे हैं मांग

केन्द्र ने सब कमिटी के हवाले किया मामला

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उत्पाद शुल्क वापस लेने की कर रहे हैं मांग

केन्द्र ने सब कमिटी के हवाले किया मामला

PATNA :

PATNA : आखिरकार करीब डेढ़ महीने की हड़ताल के बाद मंगलवार को पटना समेत देशभर में सर्राफा व्यवसायियों ने अपना कारोबार शुरू कर दिया। बता दें कि केन्द्रीय बजट में सोने के कारोबार पर उत्पाद शुल्क लगाए जाने के विरोध में देशभर के स्वर्ण व्यवसायी ख् मार्च से ही हड़ताल पर थे। इस दौरान केन्द्र सरकार के प्रतिनिधियों से कई बार बातचीत भी हुई थी, लेकिन सरकार ने आखिरकार एक्साइज शुल्क वापस लेने से इनकार कर दिया। हालांकि सरकार ने उनकी मांगों को लेकर ये मामला एक सब कमिटी के हवाले कर दिया है जो सारे प्वाइंट्स पर गौर करते हुए म्0 दिनों में अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंपेगे। इसके अलावा सरकार ने फ्0 अप्रैल तक सर्राफा व्यवसायियों को रजिस्ट्रेशन कराने की छूट भी दी है।

एक्साइज टैक्स लगाने से क्या होगा?

- सोने के जेवर पर उत्पाद शुल्क लगाने से कीमत बढ़ेगी

- पुराने के बदले नए जेवर लेने पर भी एक्साइज शुल्क लगेगा

- गहनों की हस्तशिल्प कला और इसके निर्यात पर गहरा असर पड़ेगा

- मल्टीनेशनल कंपनियों को बढ़ावा मिलेगा

- छोटे-छोटे कुटीर उद्योग और कारोबारी प्रभावित होंगे

केन्द्र सरकार ने बिना सोचे-समझे ये फैसला ले लिया और अब इसे वापस लेने को भी तैयार नहीं है। इस एक्ट में कई बातें क्लीयर नहीं है, जिससे इस व्यवसाय से जुड़े लोगों में बड़ा कन्फ्यूजन है। हालांकि इस मामले को एक सब कमिटी के हवाले कर दिया गया है, जो म्0 दिनों में अपनी रिपोर्ट देगी। इस बीच एक्साइज ड्यूटी को लेकर हमारा विरोध जारी रहेगा।

बिनोद कुमार, अध्यक्ष, पाटलिपुत्र सर्राफा संघ

शादी-ब्याह के सीजन में आम लोगों की परेशानी और इस व्यवस्था से जुड़े छोटे कारीगरों की स्थिति को देखते हुए हड़ताल समाप्त हो गई है, लेकिन, हमारा विरोध जारी है। सभी ने अपनी दुकानों के आगे काले झंडे लगाए हैं। अब भी इस टैक्स से जुड़ी कई बातें क्लीयर नहीं होने से भी पब्लिक और दुकानदार में असमंजस की स्थिति रहेगी। हम सरकार से किसी ठोस नतीजे पर पहुंचने की अपेक्षा कर रहे हैं।

-भरत मेहता, सचिव, पाटलिपुत्र सर्राफा संघ

स्वर्णकारों के दूसरे गुट ने किया आन्दोलन तेज करने का एलान

इधर स्वर्णकार समाज विकास एवं शोध संस्थान के अध्यक्ष अरुण कुमार वर्मा ने कहा कि ब्क् दिनों से बंद पड़ी दुकानें दो-चार दिनों के लिए ही खुली रहेंगी। इस दौरान कोई खरीद-बिक्री नहीं होगी। बल्कि सिर्फ पुराने ऑर्डर पूरे किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि हमारा आन्दोलन अभी भी जारी है और क्8 अप्रैल से आन्दोलन और उग्र होगा। ए के वर्मा ने कहा कि पूरे बिहार में रेल चक्का जाम होगा और बिहार में स्वर्ण व्यवसायियों और कारीगरों की बड़ी रैली भी होगी। बिना एक्साइज रोल बैक के हमारा आन्दोलन समाप्त नहीं होगा।