छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र : पूर्वी सिंहभूम जिले में जीर्ण-शीर्ण हो चुके अनुपयोगी डेढ़ सौ स्कूल भवनों को 20 दिन में ध्वस्त किया जाएगा। ऐसे स्कूल जो जर्जर घोषित किए जाने के बावजूद बने हुए हैं। उन्हें तत्काल प्रभाव से ध्वस्त करने का काम शुरू किया जाएगा। इसके लिए 20 दिन का समय दिया गया है। इस अवधि में कुल 150 स्कूलों को ध्वस्त कर इसकी रिपोर्ट डीएसई कार्यालय को देना है।

लिया जाएगा एक्शन

जजर्र भवनों को समय सीमा के तहत ध्वस्त करने की जिम्मेदारी प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारियों को सौंपी गई है। डीएसई बांके बिहारी सिंह ने कहा कि 20 दिनों में अगर किसी प्रखंड में जजर्र भवनों को गिराने का लक्ष्य पूरा नहीं करने पर संबंधित प्रखंड के बीइइओ के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उनके खिलाफ वेतन कटौती की भी कार्रवाई भी की जा सकती है।

आंगनबाड़ी को होगा हैंडओवर

विलय के बाद खाली पड़े जिले के करीब 150 स्कूलों को आंगनबाड़ी को सौंपने का निर्णय लिया गया है। पूर्वी सिंहभूम जिले के कुल 393 स्कूलों का विलय किया गया है। इस विलय के बाद स्कूल के बच्चों के साथ ही सभी संसाधनों के साथ उन्हें नजदीक के स्कूल में शिफ्ट किया गया। लेकिन खाली पड़े भवन में शरारती तत्वों का अड्डा ना बने इसे लेकर स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग ने सभी जिला शिक्षा अधीक्षक को एक सर्वे करने को दिया था। सर्वे के बाद निर्णय लिया गया कि चयनित डेढ़ सौ स्कूलों को आंगनबाड़ी को सौंप दिया जाए।