छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र : बरसात के मौसम मे होने वाली बीमारी जापानी इंसेफ्लाइटिस व डेंगू ने अब सर्दियों में अपना कहर बरपाना शुरु कर दिया है। मौसम की सीमाओं को तोड़ने हुए मंगलवार को कुल 20 लोगों में इन दोनों बीमारियों के लक्षण पाए गए हैं। इसमें डेंगू के दो और जापानी इंसेफ्लाइटिस के 18 पेशेंट्स शामिल हैं। डेंगू पेशेंट्स की कार्ड टेस्ट होने के बाद पुष्टि की गयी है। डेंगू पीडि़तों का ट्रीटमेंट टीएमएच व मर्सी हॉस्पिटल में चल रहा है। वहीं जापानी इंसेफ्लाइटिस पेशेंट्स का सैंपल जमा कर जांच के लिए भेज दिया गया है।
पारा गिरा, मरीज बढ़े
डेंगू और जापानी इंसेफ्लाइटिस मिलने के कारण स्वास्थ्य विभाग भी हैरान है। आम तौर पर माना जाता है कि ठंड की दस्तक के साथ मच्छरों की संख्या कम होने से जापानी इंसेफ्लाइटिस व डेंगू के पेशेंट्स भी घटने लगते हैं। लेकिन जलजनित इंसेफ्लाइटिस के चलते अब हालात बदलते जा रहे हैं। दिसबंर माह के तापमान में गिरावट के बावजूद पेशेंट्स की संख्या में इजाफा हुआ हैं। ठंड बढ़ने के बाद भी इन दोनों बीमारियों की मरीजों की संख्या बढ़ने से स्वास्थ्य विभाग सकते में है।
मरीजों का यह है आंकड़ा
वर्ष जापानी इंसेफ्लिाइटिस डेंगू
2012 02 59
2013 45 54
2014 88 0
2015 86 10
कैसे रोकें डेंगू के मच्छर को
कूलर, गमला, बाथरूम, किचन में बराबर पानी बदलें।
पानी की टंकी का ढक्कन इस तरह से बंद करें कि उसके अंदर मच्छर न जाने पाएं।
मच्छर अमूमन घुटनों से नीचे काटते है, लिहाजा ऐसे कपड़े पहने जो आपके घुटनों से लेकर पैरों तक कवर करें।
फ्रिज के अंदर रखी ट्रे, कूलर, कंटेनरों की जांच करते रहें। एडिज एजिप्टी मच्छर ज्यादातर इन्हीं जगहों पर पाए जाते है।
वर्जन
हेल्थ डिपाटमेंट को अंदेशा था कि सर्दी आते ही डेंगू का मच्छर खुद ब खुद मर जाएगा। लेकिन, पारा गिरने के बाद भी डेंगू के लगातार मामले सामने आ रहे हैं। इतने कम तापमान में लार्वा से नया मच्छर नहीं बन सकता। जो भी नए केस आएं हैं वे संभावित हैं। सर्दी के मौसम में डेंगू के मामले चिंताजनक जरूर हैं। जहां पेशेंट्स मिलने की सूचना मिल रही है, वहां सर्वे कराया जा रहा है।
डॉ साहिर पॉल
जिला सर्विलांस पदाधिकारी