जमशेदपुर (ब्यूरो): लौहनगरी की सिख संगत पुराने साल का शुकराना और नए साल का स्वागत गुरु की गोद में करेगी। साकची गुरुद्वारा मैदान में 30 व 31 दिसंबर को सजने वाले 24वें कीर्तन दरबार की रूपरेखा तैयार कर ली गई है। गुरु नानक सेवा दल और सहयोगी संस्था के रूप में वीर खालसा सेवा दल समागम की तैयारियों में जुटा हुआ है। गुरुवार को साकची गुरुद्वारा मैदान में निर्माणाधीन पंडाल में समागम की रूपरेखा को सार्वजनिक किया गया। गुरु नानक सेवा दल के अध्यक्ष हरविंदर सिंह मंटू ने बताया कि इस साल भी संगत की सुविधा का पूरा ख्याल रखा जाएगा। मंटू ने बताया कि समागम के दौरान आतिशबाजी करने पर रोक रहेगी। अध्यक्ष मंटू ने सर्वसम्मति से चरणजीत सिंह को दल का प्रेस प्रवक्ता नियुक्त किया।

30 को निकलेगी शोभा यात्रा

मंटू ने बताया कि 30 दिसंबर की सुबह साढ़े 9 बजे साकची गुरुद्वारा से सजे हुए पंडाल तक शोभा यात्रा निकाली जाएगी। इसमें जमशेदपुर की सिख संगत को अधिक से अधिक संख्या में शामिल होने की अपील की गई। मंटू ने बताया कि इसके बाद कीर्तन दरबार का आगाज होगा। दोनों दिन सुबह और शाम दीवान सजेंगे। 31 दिसंबर की रात फूलों की वर्षा के साथ वाहेगुरु का सिमरन करते हुए पुराने साल को अलविदा करते हुए शुकराना और नए साल में प्रवेश किया जाएगा। इसके बाद पूरे भारत की सुख समृद्धि के लिए विशेष अरदास की जाएगी। 31 दिसंबर की दोपहर में संगत के बीच गुरु का अटूट लंगर भी वितरित किया जाएगा।

31 को हेल्थ चेकअप कैंप

मंटू ने बताया कि इस साल संस्था की ओर से गुरु नानक अस्पताल मानगो की ओर से संगत के लिए निशुल्क स्वास्थ्य जांच शिविर लगाया जायेगा। शिविर सुबह 9 से 3 बजे तक चलेगा। इसमें फिजिशियन, शिशु रोग, हड्डी रोग और सर्जन के अनुभवी डॉक्टर अपनी सेवा देंगे।

ये करेंगे संगत को निहाल

सिंह साहेब ज्ञानी मान सिंह, पूर्व ग्रंथी, श्री दरबार साहेब अमृतसर, भाई साहेब भाई जगतार सिंह राजपुरा, हजूरी रागी श्री दरबार साहेब अमृतसर, भाई साहेब भाई प्रिंसपाल सिंह पटियाला वाले और साकची गुरुद्वारा के हजूरी रागी भाई संदीप सिंह संगत को निहाल करेंगे।

ये थे उपस्थित

मौके पर महासचिव श्याम सिंह भाटिया, कोषाध्यक्ष अजीत सिंह गंभीर, सुरेंद्र सिंह हैप्पी, त्रिलोचन सिंह, सन्नी सिंह, त्रिलोचन सिंह पप्पी बाबा, जोगेंद्र सिंह जोगी, हरबीर सिंह भाटिया, देवेंद्र सिंह मारवाह, सतबीर सिंह गोल्डू, ओंकार सिंह हन्नी, सुखविंदर सिंह, अमरपाल सिंह, दलबीर सिंह गोल्डी, रिकिराज सिंह, नरेन्द्र सिंह निंदी, चरणजीत सिंह, तरणप्रीत सिंह बन्नी और ख़ासकर गुरु नानक टेंट हाउस के इंदरपाल सिंह भामरा आदि उपस्थित थे।