छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र : स्कूल बंद करने के निर्णय को लेकर आयोजित जिला प्रारंभिक शिक्षा समिति की बैठक उपायुक्त अमित कुमार की अध्यक्षता में शनिवार को हुई। इसमें शिक्षा विभाग द्वारा तैयार 401 स्कूलों को बंद करने का प्रस्ताव बहरागोड़ा के विधायक कुणाल षड़ंगी ओर जुगसलाई के विधायक रामचंद्र सहिस के बहिष्कार के बीच पारित हो गया। विधायक कुणाल षड़ंगी ने वाक आउट कर प्रस्ताव को फाड़ दिया और बाहर धरना-प्रदर्शन कर रहे झामुमो कार्यकर्ताओं के साथ नारेबाजी करते रहे। वहीं विधायक राम चंद्र सहिस ने भी यही कदम उठाते हुए छात्र आजसू के कार्यकर्ताओं के साथ धरना-प्रदर्शन में शामिल हुए।

विलय करने का रखा प्रस्ताव

जिला प्रारंभिक शिक्षा समिति की बैठक में सदस्य सचिव जिला शिक्षा अधीक्षक बांके बिहारी सिंह ने सदस्यों के बीच 463 स्कूलों को विलय (बंद) करने का प्रस्ताव रखा। इस प्रस्ताव को रखने के बाद विधायक कुणाल षड़ंगी और विधायक रामचंद्र सहिस ने पूछा कि क्यों ये विद्यालय बंद हो रहे हैं, क्या इन विद्यालयों के बंद हो जाने से शैक्षणिक व्यवस्था सुधर जायेगी, क्या इन स्कूलों के बच्चे विलय वाले स्कूल में जायेंगे। इस पर जिला शिक्षा अधीक्षक द्वारा जवाब दिया जा रहा था, लेकिन दोनों विधायक ने बैठक का बहिष्कार किया।

विधायकों ने 12 स्कूलों पर जताई आपत्ति

सत्ता पक्ष के विधायक ने 12 विद्यालयों पर आपत्ति की और इस पर पुनर्विचार करने का आग्रह किया गया। इसे समिति ने मान लिया। इसके अलावा 22 ऐसे विद्यालय का प्रस्ताव को भी विलय के लिए रखा गया, जिनकी दूरी एक किलोमीटर से अधिक थी। इसमें से उपस्थित सदस्यों ने तीन स्कूलों पर आपत्ति दर्ज की। कुल 15 विद्यालयों पर आपत्ति दर्ज हुई। इसके बाद 401 विद्यालयों के बंद करने के प्रस्ताव को पारित कर दिया गया है।