-कंपनी के एमबीएफ प्लांट में फर्नेश से बीएस गैस का हुआ रिसाव

-घायलों का टीएमएच में चल रहा है ट्रीटमेंट

JAMSHEDPUR : इंडस्ट्रियल एरिया गम्हरिया स्थित उषा मार्टिन कंपनी के एमबीएफ प्लांट में फर्नेश से बीएस गैस रिसाव होने के कारण वहां कार्य कर रहे नौ मजदूर झुलस गए। सभी घायलों को कंपनी प्रबंधन द्वारा तत्काल इलाज के लिए टाटा मेन हॉस्पिटल (टीएमएच) में भर्ती कराया गया है। घायलों में शौकत अली, रायसन मुर्मु, परितोष कुमार, छोटू मंउल, होपना मांझी, सेजराम मांझी समेत दो अन्य शामिल हैं। दोपहर करीब एक बजे एमबीएफ प्लांट मे कामगार बिना गैस बंद किए ही लंच के लिए चले गए। लंच के बाद कामगारों को वापस आने पर गैस लीक होने की जानकारी मिली। इसके बाद आनन-फानन में रिसाव हो रहे गैस को बंद करने का प्रयास किया गया। इसी दौरान वहां काम कर रहे सभी कामगार झुलस कर गंभीर रूबप से घायल हो गए। उषा मार्टिन मैनेजमेंट के अधिकारी ने बताया कि सभी घायल खतरे से बाहर हैं और प्राइमरी ट्रीटमेंट के बाद कई कामगारों को छोड़ दिया गया, जबकि गंभीर रूप से घायल दो कामगारों का टीएमएच में ट्रीटमेंट चल रहा है।

----------

अर्चना सिंह ने केयू एडमिनिस्ट्रेशन से मांगा जवाब

JAMSHEDPUR: इंटरनेशनल एसेंबली ऑफ ह्यूमेन राइट्स के यूथ विंग की हेड अर्चना सिंह ने चाईबासा जाकर केयू के वीसी से डॉ सुमिता मुखर्जी को वीमेंस कॉलेज के प्रोफेसर इंचार्ज के पोस्ट से हटाए जाने और उन पर लगाए गए आरोप का क्लेरिफिकेशन रिटेन में मांगा। इसके अलावा को-ऑपरेटिव कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ आरके दास को सस्पेंड किए जाने का कारण और उनपर लगे आरोप की कॉपी भी मांगी। अर्चना ने बताया कि पहले तो वीसी रिटेन जवाब देने से कतरा रहे थे, लेकिन जवाब नहीं मिलने पर वहीं बैठे रहने की बात सुनकर वीसी ने अगले कुछ दिनों में रिटेन में जवाब देने का आश्वासन दिया। अर्चना ने बताया कि केयू की मनमानी के विरोध में बहुत जल्दी वीमेंस कॉलेज को बंद भी किया जाएगा।