-अनुसूचित एरिया के पंचायत चुनाव में न तो कोई प्रत्याशी के रूप में नामांकन दाखिल करेगा और न ही कोई वोट देगा

RANCHI: आदिवासी छात्र संघ अनुसूचित क्षेत्रों में पंचायत चुनाव का बहिष्कार करेगा। अनुसूचित एरिया के पंचायत चुनाव में न तो कोई प्रत्याशी के रूप में नामांकन दाखिल करेगा और न ही कोई वोट देगा। प्रोविजन ऑफ पंचायत एक्सटेंशन टू शिड्यूल एरिया (पी पेसा) कानून का हवाला देते हुए यह विरोध दर्ज किया जा रहा है। संघ के अध्यक्ष सुशील उरांव ने कहा कि पी पेसा कानून द्वारा कुल ख्फ् प्रावधानों को अनुसूचित क्षेत्रों में शांति और स्वच्छ प्रशासन के लिए लागू किया गया था, लेकिन सरकार ने पी शब्द को हटा कर पेसा कानून बना दिया। उसके बाद संबंधित सरकारें केंद्रीय कानून पी पेसा क्99म् की धारा ब्, ब्(ओ), ब्(एम) व धारा पांच की अनदेखी करते हुए पंचायती राज व्यवस्था स्थापित कर दी। संघ ने सीएम और विस अध्यक्ष से केंद्रीय कानून पी पेसा व धारा पांच की संगत नियमावली अविलंब बनाने की मांग की। मौके पर प्रभाकर कुजूर, संजय तिर्की, जलेश्वर भगत, संजय मुंडा, रंजीत उरांव, प्रकाश उरांव, प्रदीप, संजीव उरांव, अर्जुन उरांव, अनूप उरांव आदि लोग मौजूद थे।

राजभवन के सामने धरना ख्भ् को

आदिवासी छात्र संघ के प्रभाकर कुजूर ने कहा है कि केंद्र व पांचवीं अनुसूची वाले राज्य सरकारों के द्वारा केंद्रीय कानून पी पेसा क्99म् के प्रावधानों का उल्लंघन किया जा रहा है। उनके द्वारा कोर्ट में तथ्यहीन और बेबुनियाद आधार प्रस्तुत कर केंद्रीय कानून को अनुसूचित क्षेत्रों में प्रभावविहीन बनाने का प्रयास किया गया है। इसे लेकर ख्भ् अक्टूबर को राजभवन के समक्ष धरना दिया जाएगा