छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र : एलपीजी कंज्यूमर्स के लिए 'पहल' से जुड़ने की अंतिम तारीख 31 मार्च है, लेकिन ईस्ट सिंहभूम के करीब 50 हजार कंज्यूमर इस स्कीम से नहीं जुड़े हैं। 'पहल' से जुड़ने को लेकर कंज्यूमर्स की सुस्ती से एलपीजी डिस्ट्रीब्यूटर्स की चिंता बढ़ गई है। इन्हें इस बात की चिंता सता रही है कि मार्च के अंतिम सप्ताह में अगर अचानक हजारों की संख्या में कंज्यूमर्स पहल से जुड़ने के लिए पहुंचते हैं तो परेशानी काफी बढ़ जाएगी।

देनी है यूआईडी और बैंक अकाउंट की डिटेल्स

वैसे तो पहल से जुड़ने के लिए अभी 17 दिन है, पर कंज्यूमर्स काफी सुस्त चाल से इस स्कीम से जुड़ रहे हैं। 'पहल' से जुड़ने के लिए प्रॉसेस भी बहुत आसान है। एलपीजी डिस्ट्रिब्यूटर के पास अपनी यूआईडी और बैंक अकाउंट की डिटेल्स देनी है, लेकिन लगता है कि कंज्यूमर्स पहल स्कीम से जुड़ने के लिए अंतिम तारीख के करीब आने का इंतजार कर रहे हैं। एलपीजी डिस्ट्रीब्यूटर एसोसिएशन के सेक्रेटरी ताराचंद अग्रवाल ने बताया कि पहल स्कीम के लिए डिस्ट्रीब्यूटर्स के यहां अचानक से कंज्यूमर्स की भीड़ बढ़ने पर सिस्टम पर लोड बढ़ सकता है, जिस कारण डिटेल्स को फीड करने में दिक्कतें आ सकती हैं।

ईयरली क्लोजिंग का भी दबाव

इसके अलावा इसी महीने ईयरली क्लोजिंग भी होनी है। इस वजह से काम का दबाव और बढ़ा हुआ है। ऐसे में पहल से जुड़ने में लेत-लतीफी से कंज्यूमर्स और एलपीजी डिस्ट्रिब्यूटर्स दोनों को परेशानी होगी।

25 परसेंट कंज्यूमर्स अबतक नहीं जुड़े

एलपीजी डिस्ट्रीब्यूटर एसोसिएशन के सेक्रेटरी ताराचंद अग्रवाल के मुताबिक, जिले में एलपीजी के करीब ढाई लाख कंज्यूमर हैं। इनमें से करीब 25 परसेंट अभी भी पहल स्कीम से नही जुड़े हैं। एलपीजी कंज्यूमर्स के लिए इस स्कीम से जुड़ने के लिए 31 मार्च तक का समय है। उसके बाद कंज्यूमर्स को मार्केट प्राइस पर रसोई गैस लेनी मिलेगी। हालांकि इसके बाद भी तीन महीने का पार्किग पीरियड दिया जाएगा। इस दौरान लिए जाने वाले सिलेंडर्स की सब्सिडी राशि ऑयल मार्केटिंग कंपनीज के पास रहेंगी। अगर इस दौरान कंज्यूमर पहल स्कीम से जुड़ जाता है तो सब्सिडी की राशि उनके बैंक अकाउंट में भेज दी जाएगी।

क्वोट

पहल स्कीम से जुड़ने की अंतिम तारीख 31 मार्च है। अभी भी करीब 25 परसेंट कंज्यूमर इस स्कीम से नही जुड़े हैं। अगर अंतिम तारीख आने के करीब अचानक कंज्यूमर्स की भीड़ डिस्ट्रिब्यूटर्स के पास आएगी तो परेशानी बढ़ सकती है।

ताराचंद अग्रवाल

सेक्रेटेरी, एलपीजी डिस्ट्रीब्यूटर्स एसोसिएशन