-बीएड के संचालन के भविष्य पर लगा ग्रहण नहीं हुआ है खत्म

-एनसीटीई के भुवनेश्वर स्थित ईस्ट जोन ऑफिस में दो दिन तक चली मीटिंग

-झारखंड के उच्च शिक्षा निदेशक और एनसीटीई की मेंबर ने रखा पक्ष

JAMSHEDPUR: कोल्हान यूनिवर्सिटी (केयू) सहित स्टेट के एफिलिएटेड कॉलेजों में चल रहे बीएड कोर्स के संचालन के भविष्य पर लगा ग्रहण अभी खत्म नहीं हुआ है। नेशनल काउंसिल फॉर टीचर एजुकेशन (एनसीटीई) के भुवनेश्वर स्थित ईस्ट जोन ऑफिस में दो दिन की मीटिंग में झारखंड के उच्च शिक्षा निदेशक डॉ। डीएन ओझा और एनसीटीई की मेंबर डॉ। शुक्ला मोहंती ने डॉक्यूमेंट्स प्रस्तुत कर अपना पक्ष रखा। प्रस्तुत दस्तावेज और इनकी ओर से रखे गए पक्ष को एनसीटीई के ईस्ट जोन ऑफिस से नई दिल्ली स्थित मुख्यालय को भेज दिया गया है। अब मुख्यालय की ओर से ही इस मामले में अंतिम निर्णय लिया जाएगा

मांगी गई थी मोहलत

कोल्हान यूनिवर्सिटी के तीन कॉलेजों में एनसीटीई की ओर से बीएड की मान्यता खत्म कर दी गई है। कोल्हान यूनिवर्सिटी की ओर से अंगीभूत कॉलेजो में बीएड को बचाने की पहल करते हुए एनसीटीई से अपील करते हुए तीन महीने की मोहलत मांगी गई थी। इस अवधि में ही एनसीटीई के समक्ष अपना पक्ष रखते हुए कार्रवाई से अवगत कराना था। फिलहाल जोर इस बात पर दिया जा रहा है कि सेशन ख्0क्भ्-क्म् में जिन कॉलेजों को बीएड की मान्यता समाप्त करने की चेतावनी दी गई है उन्हें मान्यता दिलाई जा सके। कोल्हान यूनिवर्सिटी के वीसी डॉ। आरपीपी सिंह की कोशिश पर झारखंड गवर्नमेंट भी गंभीरता दिखा रही है।