-NCTE भुवनेश्वर में मीटिंग के बाद लिया गया फैसला, को-ऑपरेटिव और वीमेंस कॉलेज को हुआ था शो-कॉज

-दोनों कॉलेजेज के एक्सप्लेनेशन को एक्सेप्ट किया गया, 2015-17 के लिए मिली मंजूरी

-केयू के 5 अन्य कांस्टीट्यूएंट कॉलेजों में बीएड पर संशय बरकरार, एनसीटीई दिल्ली में होगी सुनवाई

JAMSHEDPUR: कोल्हान यूनिवर्सिटी (केयू) के दो कांस्टीट्यूएंट कॉलेजों वीमेंस और को-ऑपरेटिव में बीएड से फिलहाल खतरा टल गया है। इन दोनों ही कॉलेजों को 2015-17 सेशन के लिए भुवनेश्वर स्थित नेशनल काउंसिल फॉर टीचर एजुकेशन (एनसीटीई) ने बीएड कोर्स को हरी झंडी दे दी है। इन दोनों ही कॉलेजों को एनसीटीई के रिजनल सेंटर द्वारा इंफ्रास्ट्रक्चर में कमी और परमानेंट स्टाफ नहीं होने को लेकर शो-कॉज किया गया था। एनसीटीई भुवनेश्वर में संडे को हुई मीटिंग में इन कॉलेजेज को नेक्स्ट सेशन के लिए मान्यता दिए जाने का डिसीजन लिया गया। एनसीटीई भुवनेश्वर में 27 और 28 मई को मीटिंग हुई थी, जिसमें कई स्टेट के रिप्रजेंटेटिव्स शामिल हुए थे। स्टेट में हायर एजुकेशन के डायरेक्टर डॉ डीएन ओझा भी इस मीि1टंग में शामिल हुए।

31 अक्टूबर तक compliance report भेजनी होगी

को-ऑपरेटिव और वीमेंस कॉलेजों में बीएड को अगले सेशन के लिए मान्यता तो मिल गई है। इन कॉलेजों को एनसीटीई के रेगुलेशन ख्0क्ब् को फॉलो करने को लेकर कंप्लाइअंस रिपोर्ट सब्मिट करनी होगी। इसके लिए फ्क् अक्टूबर लास्ट डेट है। नए रेगुलेशन के तहत इस साल से बीएड कोर्स का ड्यूरेशन दो साल का हो जाएगा। इसके कॉलेजों को इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलप करना होगा और फैकल्टी के अलावा नॉन टीचिंग स्टाफ को भी परमानेंट करने की बात है।

पांच कॉलेजों पर संशय बरकरार

वीमेंस कॉलेज और को-ऑपरेटिव कॉलेज में बीएड कोर्स को लेकर कॉलेज एडमिनिस्ट्रेशन को शो-कॉज किया गया था, पर केयू के अन्य भ् कांस्टीट्यूएंट कॉलेजेज ऐसे हैं जहां बीएड कोर्स को एनसीटीई ने कैंसिल कर दिया था। इनमें ग्रेजुएट कॉलेज फॉर वीमेन, महिला कॉलेज चाईबासा, टाटा कॉलेज चाईबासा, बहरागोड़ा कॉलेज और जेएलएन कॉलेज शामिल हैं। सवाल यह है कि इन कॉलेजों में बीएड कोर्स का क्या होगा। केयू के वीसी डॉ आरपीपी सिंह ने कहा कि इन कॉलेजेज ने बीएड कोर्स कैंसिल करने के खिलाफ अपील की थी जिसपर डिसीजन नहीं आया है। एनसीटीई भुवनेश्वर इस मामले को एनसीटीई दिल्ली भेज रहा है। इन कॉलेजेज में बीएड के भविष्य पर वहीं फैसला होगा। एचआरडी के ऑफिशियल्स ने एनसीटीई दिल्ली के ऑफिशियल्स से इस मामले पर बात भी की है।

को-ऑपरेटिव कॉलेज और वीमेंस कॉलेज में बीएड कोर्स को कैंसिल नहीं किया गया था। इन्हें शो-कॉज हुआ था। कॉलेजेज के एक्सप्लेनेशन से एनसीटीई संतुष्ट हुआ इसलिए नेक्स्ट सेशन के लिए बीएड को मान्यता मिली। अन्य पांच कॉलेजों में बीएड कैंसिल कर दिया गया था। उन कॉलेजों ने जजमेंट के खिलाफ अपील की है, जिसकी सुनवाई एनसीटीई दिल्ली में होनी है।

- डॉ आरपीपी सिंह, वीसी केयू